शुक्रवार को ट्रस्टियों सुभाष नागोरी, प्रकाश बाहेती, एनके श्रीमाली शांतनु दीक्षित सहित शहर के प्रबुद्धजन डॉ. मुनीष मिश्रा, रामचंद्र मौर्य, अखिलेश गुप्ता, किशोर गुप्ता व पूर्व विधायक राजनारायण सिंह पुरनी ने भोपाल में सीएम कमलनाथ से मुलाकात की।
करीब 10 मिनट इस मुद्दे पर चर्चा हुई। जिसमें ट्रस्टियों ने अपना पक्ष रखा तो वहीं प्रबुद्धजन ने भी इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी बात रखते हुए कहा कि हम सभी चाहते हैं कि किसी भी प्रकार के विवाद के बगैर मंदिर का निर्माण हो।
सीएम ने दिया है आश्वासन
सीएम ने खंडवा से गए प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि सीएम ने हमें कहा कि सभी पक्षों को सुनेंगे, प्रशासनिक रिपोर्ट देखेंगे और संतुष्ट होने पर निर्णय लेंगे।
डॉ. मिश्रा के मुताबिक, सीएम को मंदिर के अब तक के इतिहास के बारे में जानकारी दी और उन्हें ट्रस्ट के बनने तथा कोर्ट के निर्णय से भी अवगत कराया।
सर्टिफाइड कॉपी दे ही
ट्रस्टी सुभाष नागोरी ने बताया कि हमने सीएम से चर्चा की है। 2010 में हुए जजमेंट की सर्टिफाइड कॉपी उन्हें देकर आए हैं। साथ ही बताया कि पिछली गुरुपूर्णिमा पर जब रामेश्वरदयाल उर्फ छोटे सरकार आए थे, तब सहमति बनी थी, जिसके बाद मंदिर निर्माण कार्य शुरू किए। अभी-भी उनके मार्बल का उपयोग बगैर शर्त के हम करेंगे।
भोपाल में मीटिंग संभावित
आगामी दिनों में मंदिर निर्माण के मुद्दे पर भोपाल में मीटिंग संभावित है। सीएम ने जिस तरह का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया है, उससे अनुमान लगाए जा रहे हैं कि सभी पक्षों की मौजूदगी में वे इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। उनके समक्ष तब प्रशासनिक रिपोर्ट भी रहेगी। बता दें कि यहां कलेक्टर से भी प्रतिनिधिमंडल मिल चुका है।