आनंद मोहे, दीना पंवार, कौशल मेहरा, मंगल यादव, राजपाल सिंह चौहान, तेजेंद्र बाथम, मंगू सिंह तोमर, राजू जैन, जगदीश पटेल, चंद्रेश पचोरी, अनिल भगत, प्रणय गुप्ता, राजू काले, विमल चौधरी, रत्नेश राजवैद्य, आनंद पवार, महेश चौधरी, प्रदीप चौबे, महेंद्र यादव, राहुल अशोक पटेल, लोकेंद्र सिंह गौड़, जितेंद्र सिसौदिया, त्रिलोक पटेल, यशदीप चौरे, बालकृष्ण करोड़ी, रोहित राय, प्रह्लाद वर्मा, आशीष शर्मा सहित अन्य दिल्ली पहुंचे थे।
विनय सहस्रबुद्धे, मप्र प्रभारी: यहां से पहुंचे धड़े ने इन्हें जब खंडवा का फीडबैक बताया तो इन्होंने कहा कि पूरे मामले को गंभीरता से लेंगे। जहां कार्यकर्ताओं में नाराजगी है, वहां विचार करना पड़ेगा।
रामलाल, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री: नेतृत्व तो संगठन ही करेगा। कार्यकर्ताओं को सदैव प्राथमिकता दी जाएगी। जो फीडबैक मिला है, उस पर भी विचार करेंगे।
नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री: चौथी बार सरकार बनाना है, वो चुनौती है इसलिए सर्वे हो रहे हैं और उसके आधार पर ही आगे के निर्णय लिए जाएंगे। एससी सीटों पर गंभीरता से विचार होगा।
ये धड़ा जुलाई की शुरूआत में भोपाल भी पहुंचा था, जहां प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह सहित अन्य नेताओं से मुलाकात की थी। तब विधायक विरोधी गुट ने प्रदेशाध्यक्ष से कहा था कि खंडवा विधानसभा के हालात खराब हैं। अब जबकि ये धड़ा दिल्ली पहुंचा है तो इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। क्योंकि इस दल में से कुछ लोग आगामी चुनाव के लिए दावेदारी भी जता रहे हैं।