पूरा मामला हरसूद के कसरावद गांव का बताया जा रहा है। यहां पर रविवार को 10 बजे झंडा फहराने के बाद बच्चों को खाना परोसा गया था। जिसके बाद शाम होते ही बच्चे बीमार पड़ने लगे। जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। पहले 15 बच्चों का इलाज करके उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। बच्चों की और संख्या बढ़ने के बाद जमीन पर लिटाकर इलाज करना पड़ा। हालांकि, अभी भी बच्चों का इलाज जारी है।
यह भोजन स्व-सहायता समूह द्वारा बनाया गया था। जिसके मेन्यू में सब्जी-पूड़ी, खीर और मिठाई में हलवा था।
हरसूद अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि 40 बच्चे एडमिट हुए हैं। सभी को उल्टी की शिकायत थी। हालांकि, ये कैसे हुए यह जांच का विषय है। अभी किसी बच्चे की हालत गंभीर नहीं है। इलाज के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया जा रहा है।