दूसरे दिन रविवार को अभाविप कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा ने गांधी मैदान में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान सांसद संतोष पाण्डेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, जिला भाजपा, भाजयुमो के पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
मुख्य रूप से मामला एक आदिवासी बालिका से सामूहिक बलात्कार को लेकर रहा। मामले में पहले बालिका ने बयान दिया कि उसक साथ चार लड़कों ने बलात्कार किया, लेकिन दो दिन बाद डर के चलते बालिका ने बयान बदल दिया कि एक ही लडक़ा था। इस पर सांसद और भाजपाईयो ने पुन:जांच की मांग की। नए सिरे से जांच में चार और आरोपी सामने आए। इस तरह से पुलिस पर सवाल उठे। इस मामले को लेकर ही अभाविप ने एसपी के निलंबन को लेकर कलेक्ट्रेट का शनिवार को घेराव किया। जिसके बाद कार्यकर्ताओं को जबरन घर से उठा लिया गया।