सुदूर वनांचल क्षेत्र कुकदूर और झलमला कॉलेज उधार के शासकीय भवन में संचालित हो रहे हैं। कुकदूर शासकीय हाईस्कूल और झलमला कॉलेज मीडिल स्कूल भवन के दो कमरे में संचालित होते रहे। इसके अलावा यहां पर एक भी टिचिंग स्टॉफ नहीं है। दोनों ही कॉलेज में पिछले वर्ष ही बीए, बीएससी और बी.कॉम प्रथम वर्ष में 90-90 सीट दिए गए। प्रवेश तो दिया गया लेकिन बिना टीचिंग स्टॉफ पढ़ाई भगवान भरोसे ही रहा।
जिले के पीजी कॉलेज, कन्या कॉलेज, बोड़ला, पंडरिया, पांडातराई, सहसपुर लोहारा, पिपरिया, झलमला और कुकदूर कॉलेज में कुल 121 सहायक प्राध्यापक के पद स्वीकृत हैं। इसमें मात्र 40 सहायक प्राध्यापक ही कार्यरत हैं, जबकि 81 पद खाली पड़े हैं। वहीं पीजी कॉलेज, पंडरिया और बोड़ला कॉलेज में कुल 16 प्राध्यापक के पद स्वीकृत हैं, जो पूरी तरह से खाली पड़े हैं।
पीजी कालेज में वर्तमान में केवल 11 सहायक प्रध्यापक है। इसके कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्नन हो रही है। इसे देखते हुए प्राचार्य डॉ.बीएस चौहान व जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष मोहित महेश्वरी ने एक प्रपत्र तैयार कराया गया, जिसमें विषयवार छात्रों की संख्या दी गई है। साथ ही स्वीकृत पद व उपस्थित सहायक प्राध्यापकों की जानकारी उच्च शिक्षा संचालनालय भेजा गया है, ताकि कॉलेज का शिक्षा सत्र शुरू होते ही प्रध्यापको की व्यवस्था हो सके।