जिलाध्यक्ष शितेष चन्द्रवंशी के नेतृत्व में शासकीय पीजी महाविद्यालय के सामने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया, जिसमे प्रमुख रूप से प्राचार्य व अकाउंटेंट के ऊपर एफआईआर कर रिकवरी कराने की मांग रही। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शितेष चन्द्रवंशी ने बताया कि प्राचार्य पर निलंबन की कार्यवाही तो की गई, लेकिन अभी भी
आरोपी अकाउंटेंट कॉलेज में कार्यरत है व दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ कर मामले में लीपापोती की जा रही है। इससे यह भी प्रतीत होता है कि जनभागीदारी समित व कॉलेज प्रबंधक द्वारा आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है।
एनएसयूआई के पूर्व सचिव बंटी खान ने बताया कि
कवर्धा जिले के सबसे बड़े कॉलेज में भ्रष्टाचारियों को पनाह दिया जा रहा है। इस मामले को लेकर आगे कार्यवाही नहीं होने की स्थिति में एनएसयूआई कलेक्टर ऑफिस व उपमुख्यमंत्री निवास का घेराव भी करने को विवश होंगे। साथ ही महाविद्यालय के ग्राउंड के चारों कोनो में हाई मास्क लाइट लगाए जाने व पुलिस द्वारा रात के समय सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया।