राष्ट्रीय खिलाड़ी कुरैशी ने कहा कि अगर हम रोजाना खेलने की आदत डालें तो हम बीमारियों से दूर रहते हैं। अलग-अलग प्रकार के खेल खेलने से हमारी कई बीमारी जैसे अलग-अलग शरीर के अंगों से जुड़े दर्द, मोटापा, अधिक वजन और हृदय से जुड़े रोगों को ठीक करता है। खेल किसी इंसान के जीवन में उतना ही आवश्यक है जितना कि शिक्षा। खेल खेलने से ही इंसान के अंदर जितने की तथा सफ लता पाने की इच्छा जागरुक होती है।
अब खेल अनिवार्य
खिलाडिय़ों को लेकर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने विद्यालयों में स्पोट्र्स की गतिविधियों को अनिवार्य कर दिया है। अब हर बच्चे का किसी ना किसी खेल में भाग लेना बहुत ही अनिवार्य हो गया है। यह बढ़ते हुए बच्चों के लिए बहुत ही आवश्यक है। यदि खेल में लगातार अपना समय, अभ्यास करें तो इसमें बेहतर भविष्य है। सरकार खिलाडिय़ों की आर्थिक रूप से भी मदद करती है। हर चीज उपलब्ध कराई जाती है।
प्रतिभा की कमी नहीं
भारत जैसे विशाल देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। हमें बस प्रतिभा की पहचान करनी है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों के मामले में भारत कभी भी पीछे नहीं रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल का प्रदर्शन बखूबी किया है और हर वक्त खेलों के प्रति लोगों को जागरूक भी करता रहता है। भारत सरकार ने बच्चों को न केवल शैक्षणिक रूप से मजबूत करने की कोशिश की है बल्कि शारीरिक व मानसिक स्थिति पर भी जोर दिया है।