सहसपुर लोहारा थाना अंतर्गत रविवार सुबह 6.30 बजे पिकअप सीजी 09जेपी 8312 के चालक द्वारा ग्रामीण मजदूरों को मालवाहक वाहन में बैठाकर ग्राम कौहारी ले जाया जा रहा था। वाहन में 20-22 मजदूर सोयाबीन काटने के लिए सफर कर रहे थे। जब वाहन ग्राम बचेडी के डामर प्लांट के सामने पहुंचा, तब चालक ने तेज और लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाया, जिसके चलते वाहन अनियंत्रित होकर खेत की जा ओर पलटा। इस दुर्घटना में वाहन में बैठे 19 लोगों को चोटें आईं।
इसकी सूचना तुरंत पुलिस व डॉयल 112 को दी गई। घायल व्यक्तियों को तत्काल एबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहसपुर लोहारा में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया। डॉक्टर द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति में 3 महिला और 1 पुरुष को जिला अस्पताल रेफ र किया गया, जबकि अन्य लोगों का इलाज सीएचसी लोहारा में किया। वहां पर भी अब केवल दो घायल भर्ती है बाकी को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
Kawardha Accident: वाहन चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज
वहीं घटना के संबंध में पुलिस ने स्वतं संज्ञान लेते हुए वाहन चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। वाहन चालक के खिलाफ नियमों का उल्लंघन करने के चलते थाना सहसुपर लोहारा में धारा 281, 125 (ए), 125(बी) बीएसएन 184, 97, 66/192 मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की विधिसंगत विवेचना की जा रही है।
लगातार होते रहे हादसे, बावजूद सबक नहीं
Kawardha Accident: डेढ़ माह पूर्व ही 11 अगस्त 2024 को भोरमदेव मंदिर से दर्शन कर पिकअप वाहन में लौट रहे लोग सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए। ग्राम हरमो के पास सरोदा मार्ग पर वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे मैदान पर जा पलटा। इससे एक 11 साल की बच्ची की मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हो गए, जिसमें चार लोगों की हालत गंभीर थी। इसके बाद भी सबक नहीं ली जाती। यह ग्रामीण हुए घायल 4 रेफर भी किए
घायलों में दिनेश्वरी नेताम(18), संतोषी नेताम(25), धुरकुंवर मंडावी(50), अमरिका नेताम(40), सविता नेताम(24), सूरज नेताम(22), कल्याणी चौहान(36), धुनकुंवर मंडावी(35), सुखऊ मरकाम(45), सुकली बाई नेताम(40), जमुना नेताम(19), दुर्गा नेताम(25) शामिल हैं। पंचकुंवर नेताम(55), धुसू नेताम(50), रुखमणी मरकाम(19) और चांदनी मरकाम(25) गंभीर रुप से घायल हुए, जिन्हें
कवर्धा जिला अस्पताल रेफर किया गया।
Kawardha Accident: हर साल मौत का आंकड़ा बढ़ रहा
हर साल जिले में 300 से अधिक
सड़क दुर्घटनाएं होती है। इसमें करीब 130 की मौत हो जाती है और बड़ी संया में लोग घायल होते हैं। इसके बाद भी लोग सावधानी नहीं बरतते। पूर्व में बाइक से अधिक हादसे होते रहते थे, लेकिन अब पिकअप से अधिक दुर्घटनाएं हो रही है। एकसाथ बड़ी संया में लोगों की मौत और गंभीर रुप से घायल हो जाते हैं। इसमें मुय रुप से लापरवाहीपूर्वक वाहन चालन, नशे में वाहन चालन कारण बनते हैं।
परिवहन विभाग और पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई के बाद भी न तो लापरवाह वाहन चालक सुधर रहे हैं न ही बेहपरवाह लोग। अब भी मालवाहकों में सवारी तो जीप में लटककर ही सफर कर रहे हैं। यह लापरवाही न जाने कब भारी पड़ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। एक तो मालवाहक उसे भी सवारी वाहन बनाकर क्षमता से अधिक सवारी ढोया जा रहा है। इससे दुर्घटनाएं हो रही है और लोगों की जान आफत में आ रही है बावजूद लापरवाही कम हो रही है।