CG Crime News: महिला संबंधी अपराध में कोई कमी नहीं! बलात्कार, दहेज मृत्यु जैसे बढ़ रहे जुर्म..
CG Crime News: कबीरधाम जिले में ही महिलाएं खासकर बालिकाएं कतई सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं, युवती और बालिकाओं के साथ छेड़छाड़ से लेकर बलात्कार व हत्या जैसे जघन्य अपराध भी बढ़ते जा ही जा रहे हैं।
CG Crime News: छत्तीसगढ़ के कवर्धा/कबीरधाम जिले में ही महिलाएं खासकर बालिकाएं कतई सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं, युवती और बालिकाओं के साथ छेड़छाड़ से लेकर बलात्कार व हत्या जैसे जघन्य अपराध भी बढ़ते जा ही जा रहे हैं। साल दर साल समाज शिक्षित तो हो रहा है लेकिन महिलाओं के साथ अत्याचार कम नहीं हो रहे।
इसका अंदाजा इससे ही लगा सकते हैं कि आज भी दहेज के लिए महिलाएं प्रताड़ित होती हैं। थानों में रिपोर्ट दर्ज होती है कि पति, ससुराल में रिश्तेदार महिलाओं से मारपीट किए। पत्नी, बहू को घर से निकाल दिया। ससुराल में आज भी प्रताड़ित होती है। बीते वर्ष में ही महिलाओं के साथ बड़ी वारदाते हुई, जिसमें जिसमें 222 प्रकरण दर्ज किए गए।
CG Crime News: देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर साल दर साल कड़े कानून बनाए जा रहे हैं, ताकि अपराध पर रोकथाम हो सके। बावजूद महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते ही जा रहे हैं। कवर्धा में महिला थाना खोला जा रहा है उमीद है इससे महिला संबंधित अपराध कम होंगे।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र छवई ने बताया कि वर्ष 2024 में कबीरधाम जिले में महिलाओं के खिलाफ कुल 222 प्रकरण दर्ज किए गए। इनमें बलात्कार के 37, छेड़छाड़ के 49, प्रताड़ना के 36, अपहरण के 96 और शीलभंग के 4 मामले शामिल हैं। वर्तमान में 26 प्रकरण लंबित हैं। जिन्हें महिला थाना कवर्धा में जांच के लिए स्थानांतरित किया जाएगा। इन प्रकरणों के निपटारे से पीड़ित महिलाओं को न्याय मिलेगा।
पांच वर्ष की रिपोर्ट
बीते पांच वर्ष में महिलाओं के साथ अत्यधिक अत्याचार हुए। बलात्कार, शीलभंग, छेड़छाड़, पति और उनके रिश्तेदारों द्वारा प्रताड़ना सहित अन्य कुल 767 मामले दर्ज किए गए। 282 बालिका, युवती और महिलाओं के साथ बलात्कार के वारदात हुए। मामलों में आरोपी गिरतार किए गए और जेल भेजा गया। इसके अलावा 264 शीलभंग और 86 यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ के मामले दर्ज किए गए।
ससुराल में प्रताड़ना
बीते पांच वर्ष की बात करें तो हजारों महिलाओं के साथ विभिन्न प्रकार की यातनाएं हुई, लेकिन थानों तक बात सैकड़ाें तक पहुंचती है। दूसरा पहलू यह भी है कि महिलाओं के साथ अत्याचार तो पहले भी होते थे, लेकिन जागरुकता की कमी थी। महिलाएं अपना ही अधिकार नहीं जानती थी, लेकिन अब जागरुकता बढ़ चुकी है, जिसके कारण मामले भी अधिक दर्ज होते हैं। अधिकतर प्रकरण में काउंलिंग के बाद महिलाएं समझौता कर लेती हैं। पांच वर्ष के दौरान महिलाओं के साथ ससुराल में पति और उनके रिश्तेदार द्वारा प्रताड़ना के लिए 135 मामले दर्ज किए गए, जिन पर कार्रवाई हुए।
बालिकाओं के साथ बढ़ रहे अपराध
जिले में कुछ वर्षों से यह भी देखने को मिल रहा है कि कम उम्र की बालिकाओं से संबंधित अपराध बढ़ चुके हैं। शीलभंग, यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ और बलात्कार के मामले की संया में बालिकाओं के साथ अधिक हो रहे हैं। इसे लेकर समाज, शिक्षा विभाग, पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन को बालिकाओं में जागरुकता के लिए अधिक कोशिश करने की आवश्यकता है।
आज से कोतवाली परिसर में ही महिला थाना प्रारंभ
राज्य शासन ने कबीरधाम जिले में कवर्धा में महिला थाना खोलने की अनुमति प्रदान की है। यह थाना जिले की पहली महिला थाना होगी जो न केवल महिलाओं की शिकायतों का त्वरित समाधान का प्रयास करेगी। महिला थाना का संचालन फि लहाल थाना कोतवाली के पास स्थित पुराने पुलिस लाइन के सामुदायिक भवन में किया जाएगा। यह अस्थायी भवन प्रभारी कक्ष, बड़ा हॉल, दो पार्टीशन किए गए काउंसलिंग रूम और पृथक प्रसाधन कक्ष है। भवन के बाहर ग्रीन नेट से अस्थायी बाउंड्री बनाई गई हैए जिसमें आगंतुकों के लिए वेटिंग एरिया और पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह छवई ने बताया कि महिला थाना में कुल 23 कर्मियों की नियुक्ति की गई है जो महिलाओं की शिकायतों का समाधान और उनके अधिकारों की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। महिला थाना की जिम्मेदारी उप निरीक्षक शांता लकड़ा को सौंपी गई है जो प्रभारी के रूप में कार्यभार संभालेंगी। उपमुयमंत्री विजय शर्मा गुरुवार को नए महिला थाने का शुभारंभ करेंगे।