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CG News: आंबेडकर अस्पताल में हुई बैठक, मरीजों की मौत के लिए दो ही कारण जिम्मेदार, पहला-गंभीर था मरीज वहीं दूसरी दुर्घटना
रायपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे 30 के ग्राम बांधाटोला के पास हुआ। जहां बाइक सवार दो व्यक्ति को अज्ञात वाहन ने रौंदा कर फरार हो गया। दुर्घटना में परदेशी बैगा निवासी चोरभट्टी की मौके पर मौत हो गई। वहीं एक व्यक्ति को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल दोनों ही मामले जिस वाहन से ठोकर मारी और रौंदा वह चालक फरार है। पुलिस ने मर्ग कायम कर वाहन व चालक की तलाश में है। वहीं गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया।
वहीं तीसरा सड़क दुर्घटना बोड़ला नगर के तहसील कार्यालय के पास की है। वहां पर स्कूटी और बाइक की भिड़ंत में तीन व्यक्ति घायल हो गए। इसमें एक व्यक्ति की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस टीम ने घायलों को बोड़ला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है जहां गंभीर रुप से पीड़ित को जिला अस्पताल रेफर किया गया।
कहीं न कहीं लापरवाही बरती
कबीरधाम जिले में हर माह औसतन 10 से 12 लोगाें की मौत सड़क हादसे में हो रही है। जो भी वाहन दुर्घटनाओं में घायल हुए हैं उसमें से अधिकतर को गंभीर चोट लगा था जिससे कईयों ने अपने हाथ, पैर, आंख आदि शरीर के अंग वाहन दुर्घटनाओं की वजह से खोए हैं। इसमें अधिकतर मोटरसाइकिल पर सवार होकर बिना हेलमेट के वाहन चला रहे थे। कुछ मालवाहक वाहनों पर बैठकर सफर कर रहे थे। कुछ लापरवाहीपूर्वक नशे की हालत में वाहन चला रहे थे तो कुछ मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चला रहे थे। वहीं कुछ जो अपने वाहनों में सफ र कर रहे थे तो सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे। जबकि सावधानी व सुरक्षा सबसे पहले जरुरी है।
जल्दबाजी का परिणाम
सड़क दुर्घटना में लापरवाही के चलते ही लोग मौत मुंह में समा जाते हैं। 80 किमी प्रति घंटे से अधिक रफ्तार होने पर वाहन को तुरंत नियंत्रण नहीं किया जा सकता। इसके लिए कुछ सेकंड की आवश्यकता होती है, लेकिन इस कुछ सेकंड के बीच ही हादसा हो जाता है। जैसे वाहन, सवार होते ही लोगों को इतनी जल्दबाजी हो जाती है कि तुरंत ही अपनी मंजिल पर पहुंचना चाहते हैं, यह सबसे बड़ी लापरवाही साबित होती है।
सुरक्षा की अनदेखी
सबसे अधिक सड़क हादसे बाइक से होती है। बाइक से भिडंत, बाइक को ठोकर मारना या बाइक का कहीं टकरा जाना। बाइक सवार 99 प्रतिशत हेलमेट की अनदेखी करते हैं चाहे भले ही वह नेशनल हाइवे से गुजर रहे हों। जमीन या किसी वाहन से टकराते समय हेलमेट सिर की सुरक्षा करता है। अधिकतर सड़क दुर्घटना में सिर पर चोट के कारण ही मौत होती है। इसलिए ही पुलिस प्रशासन हेलमेट लगाने पर इतना जोर देती है।
नशा ही नाश की जड़
एक कहावत है नशा ही नाश की जड़ है। आज यह कहावत सड़क दुर्घटनाओं पर फीट बैठती है। आज भी सड़क दुर्घटनाओं की प्रमुख वजह में से एक शराब ही है। शराब के नशे में लोग वाहन चलाते हुए घूमते फिरते हैं। इसके कारण वह वाहन भी तेजी से चलाते हैं। वाहन नियंत्रण नहीं कर पाने के कारण हादसे के शिकार होते हैं। वहीं हादसे सबसे अधिक शाम से रात के बीच ही होते हैं, क्योंकि इसी दौरान अधिक शराब की बिक्री होती है।
पर्यटक स्थल रास्ते पर हादसे
कबीरधाम जिले के ज्यादातर पर्यटक स्थल बोड़ला ब्लॉक अंतर्गत में मौजूद हैं जिसके कारण दूर-दूर से पर्यटक नए वर्ष का जश्न मानने पहुंचे थे। वहीं नेशनल हाइवे के चलते वाहनों की अधिकता बनी रहती है। ऐसे में कहीं न कहीं छोटी से लापरवाही भी बड़ी दुर्घटना का कारण बना। बोड़ला थाना प्रभारी राजेश चंड़ ने बताया की तीन अलग-अलग जगहों पर सड़क हादसा हुआ है। दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हुई। वहीं पांच लोग घायल हुए हैं। घायलों को जिला अस्पताल व बोड़ला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
नया वर्ष का पहला दिन हर किसी के लिए सुखद नहीं रहा। कई परिवार के लिए मातम का दिन रहा जबकि सड़क दुर्घटना में अपनों को खो दिया। तीन अलग-अलग जगहों पर दुर्घटना में तीन युवकों की मौत हो गई। वहीं तीन व्यक्ति जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। जबकि दो अन्य घायलों को चोट आई है।