पारंपरिक सामाजिक ढांचे के अंदर तो दलितों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार की कहानी सदियों पुरानी है, लेकिन इक्कीसवीं सदी में भी लोग इससे अछूते नही है। ऐसा ही एक मामला कौशांबी के लोध पुरवा गांव से सामने आया है, जहां एक दलित बच्चा सरकारी हैण्डपम्प पर पानी भरने गया तो दबंगों ने उस पर छुआछूत का आरोप लगाते हुए पिटाई कर दी। बेटे को पिटता देख उसकी मां ने जब विरोध किया तो बेखौफ दबंगो ने दलित महिला को भी निर्वस्त्र कर पीटा। जिसके बाद पीड़ित महिला मामले की शिकायत लेकर थाने पहुंची तो पुलिस ने उसे डांटकर थाने से भगा दिया। थाने से दुत्कार मिलने के बाद जब पीड़ित महिला ने एसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई तो कौशांबी थाने की पुलिस ने उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने की नापाक कोशिश की।
आरोप है कि पुलिस ने पहले तो दलित महिला को थाने में बुलाकर उस पर समझौता का दबाव बनाया। जब महिला ने समझौता करने से मना कर दिया तो पुलिस ने उसके घर मे रख थोड़ा बहुत लहन बरामद कर कच्ची शराब के आरोप में फर्जी मुकदमे में फंसाने की नापाक कोशिश करती है। फिलहाल मामला मीडिया में आने के बाद एसपी प्रदीप गुप्ता ने सर्किल ऑफिसर को मामले की जांच सौंपते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
BY- SHIV NANDAN SAHU यहां देखें वीडियो: