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इन स्थानों पर भंडारण
जिले में धान के भंडारण के लिए 80 गोदामों को अधिग्रहित किया गया था, जहां पर धान भंडारित कराई जा रही है। 17 गोदाम स्तरीय खरीदी केंद्र व 72 समिति स्तरीय केंद्र बनाए गए हैं। वेयर हाउसों में क्षमता न बची होने के के कारण बड़वारा के मझगवां ओपन कैप में 7 हजार मैट्रिक टन धान व बहोरीबंद के ओपन कैप में 35 हजार मैट्रिक टन धान के भंडारण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यहां पर धान सुरक्षित कराई जा रही है। यहां की कि धान के डीओ सबसे पहले मिलिंग के लिए जारी किए जाएंगे।
इन स्थानों पर भंडारण
जिले में धान के भंडारण के लिए 80 गोदामों को अधिग्रहित किया गया था, जहां पर धान भंडारित कराई जा रही है। 17 गोदाम स्तरीय खरीदी केंद्र व 72 समिति स्तरीय केंद्र बनाए गए हैं। वेयर हाउसों में क्षमता न बची होने के के कारण बड़वारा के मझगवां ओपन कैप में 7 हजार मैट्रिक टन धान व बहोरीबंद के ओपन कैप में 35 हजार मैट्रिक टन धान के भंडारण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यहां पर धान सुरक्षित कराई जा रही है। यहां की कि धान के डीओ सबसे पहले मिलिंग के लिए जारी किए जाएंगे।
मिलर्स कर रहे धीमा उठाव
बता दें कि जिले के मिलर्स को भी सीधे केंद्रों से धान उठाने का प्रावधान तय किया गया है। एक लाख 30 हजार मैट्रिक टन मिलर्स को धान का उठाव करना है, लेकिन अभी तक 60 हजार मैट्रिक टन उठाव किया है। धीमी गति के कारण धान की सुरक्षा पर संकट मंडरा रहा है, इसलिए प्रशासन अब ओपन कैपों में धान भंडारित करा रहा है।
बता दें कि जिले के मिलर्स को भी सीधे केंद्रों से धान उठाने का प्रावधान तय किया गया है। एक लाख 30 हजार मैट्रिक टन मिलर्स को धान का उठाव करना है, लेकिन अभी तक 60 हजार मैट्रिक टन उठाव किया है। धीमी गति के कारण धान की सुरक्षा पर संकट मंडरा रहा है, इसलिए प्रशासन अब ओपन कैपों में धान भंडारित करा रहा है।
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यह है खरीदी की स्थिति
जिले में बनाए गए 89 केंद्रों में अबतक 49 हजार 525 किसानों से 4 लाख 9 हजार 898 मैट्रिक टन धान खरीदी गई है। रेडी टू ट्रांसपोर्ट 4 लाख 6 हजार 639 मैट्रिक टन है। परिवहन अभी 85 फीसदी ही हो पाया है। जिले में 3 लाख 44 हजार 774 मैट्रिक टन धान का परिवहन हुआ है। 65 हजार 124 मैट्रिक टन धान का उठाव शेष है। जिस प्रकार से परिवहन की गति धीमी है उसी तरह भुगतान में भी देरी हो रही है। 938.17 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना था, जिसमें से अभी तक 614 करोड़ रुपए किसानों को भुगतान किए गए हैं। 324.17 करोड़ रुपए का भुगतान शेष है।
यह है खरीदी की स्थिति
जिले में बनाए गए 89 केंद्रों में अबतक 49 हजार 525 किसानों से 4 लाख 9 हजार 898 मैट्रिक टन धान खरीदी गई है। रेडी टू ट्रांसपोर्ट 4 लाख 6 हजार 639 मैट्रिक टन है। परिवहन अभी 85 फीसदी ही हो पाया है। जिले में 3 लाख 44 हजार 774 मैट्रिक टन धान का परिवहन हुआ है। 65 हजार 124 मैट्रिक टन धान का उठाव शेष है। जिस प्रकार से परिवहन की गति धीमी है उसी तरह भुगतान में भी देरी हो रही है। 938.17 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना था, जिसमें से अभी तक 614 करोड़ रुपए किसानों को भुगतान किए गए हैं। 324.17 करोड़ रुपए का भुगतान शेष है।
वर्जन
जिले में अबतक 4 लाख 9 हजार 898 मैट्रिक टन धान खरीदी के विरुद्ध 65 हजार 124 मैट्रिक टन धान का उठाव शेष है। गोदामों में जगह नहीं बची है, इसलिए दो ओपन कैप में 42 हजार मैट्रिक टन धान का भंडारण कराया जा रहा है। इसमें मझगवां व बहोरीबंद ओपनकैप शामिल हैं।
देवेंद्र तिवारी, डीएम नान।
जिले में अबतक 4 लाख 9 हजार 898 मैट्रिक टन धान खरीदी के विरुद्ध 65 हजार 124 मैट्रिक टन धान का उठाव शेष है। गोदामों में जगह नहीं बची है, इसलिए दो ओपन कैप में 42 हजार मैट्रिक टन धान का भंडारण कराया जा रहा है। इसमें मझगवां व बहोरीबंद ओपनकैप शामिल हैं।
देवेंद्र तिवारी, डीएम नान।