लखनवारा में मच्छरजनित बीमारी का प्रकोप 15 दिनों से अधिक देखा जा रहा है। मामलों में लगातार वृद्धि के कारण स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। लखनवारा के लोग बताते हैं कि गांव में नवरात्रि के समय से डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। ग्रामीण अबतक 6 की मौत बता रहे हैं, साथ दो दर्जन से अधिक मरीज प्रभावित हुए हैं। जिनका तेवरी, स्लीमनाबाद या जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। दो को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
लखनवारा गांव में एक माह में 4 लोगों की मौत हो गई है। ग्रामीण इसे डेंगू का डंक मान रहे हैं। ग्रामीणों के अनुनसार संत कुमार (40) की 25 सितंबर को मौत हो गई है। इसी प्रकार राजकुमारी भूमिया (20) की 10 अक्टूबर, सुशील भूमिया (18) की 16 अक्टूबर को व सुखदेव भूमिया (46) की 16 अक्टूबर को मौत हो गई है। एक ही दिन में दो मौतों से गांव में दहशत का माहौल है।
जिले भर में 64 पॉजीटिव केस
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिलेभर में अबतक 64 पॉजीटिव केस सामने आ चुके हैं। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद परिजनों, आसपास के लोगों की जांच कराई गई है। वर्तमान में जितने केस एक्टिव हैं उनकी निगरानी कराई जा रही है, ताकि बीमारी फैलने न पाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवायजरी जारी कर अलर्ट रहने कहा जा रहा हैं। लगातार मच्छरों से बचाव की सलाह दी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग और जिला मलेरिया विभाग के तमाम दावों के बावजूद, मच्छरों और लार्वा को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस अभियान नहीं चलाया जा रहा है। विभाग की उदासीनता के चलते डेंगू की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं, जिसका नतीजा यह है कि हर साल डेंगू के मामले सामने आते हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। इस वर्ष भी वही स्थिति बनी हुई है, जहां मच्छरों की बढ़ती संख्या और गंदगी की समस्या ने बीमारी को और फैलने का मौका दिया है। मच्छरों के काटने से सबसे ज्यादा बच्चे बीमार हो रहे हैं। अस्पतालों में भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाने या मच्छरों को मारने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि डेंगू सहित मच्छर जनित बीमारी फैलने के पीछे कुछ विद्युत विभाग भी जिम्मेदार है, क्योंकि विगत पखवाड़े से गांव के घरेलू ट्रांसफार्मर खराब पड़े थे। सुधार कार्य करने विद्युत विभाग को शिकायत भी की गई, लेकिन विद्युत विभाग ध्यान नहीं दिया। अंधेरे में लोगों को रातें काटनी पड़ी, मच्छर के काटने से लोग बीमारी से प्रभावित हुए हैं। गांव में दो केस सामने आए थे। दोनों स्वस्थ हैं। गांव में टीम भेजकर सर्वे कराया गया है। सस्पेक्टेड की जांच कराई जा रही है।
घटना के बाद चेता विभाग, लगाया शिविर
ग्राम पंचायत लखनवारा मे डेंगू के केस सामने आने के ग्राम पंचायत ने पूरे गांव में दवाईयों का छिडक़ाव कराया है, ताकि डेंगू का कहर न फैले। वहीं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा गुरुवार को शिविर लगाया गया। चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवम दुबे के द्वारा बीमारी से प्रभावित लोगों के सैम्पल लिए गए जिन्हें जांच के लिए भेजा गया। डेंगू से बचाव के लिए चिकित्सा अधिकारी ने लोगों को जागरुक करते हुए कहा कि घर के आसपास पानी का जमाव न होने दें, गंदगी की समस्या को हल्के में न लें, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और खिड़कियों पर मच्छर निरोधक जाली लगाएं, बच्चों और वयस्कों को मच्छरों से बचाने के लिए फुल आस्तीन के कपड़े पहनाएं। यदि अचानक तेज बुखार, सिर में आगे की ओर तेज दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, पेट में तेज दर्द, मसूड़ा, त्वचा व नाक से खून रिसना, आंखों के पीछे दर्द हो तो ये डेंगू के लक्षण हैं।
लखनवारा में डेंगू बीमारी के फैलने की जानकारी मिलते ही लगातार दो दिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर आयोजित कराए गए। 37 सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। साथ ही गांव मे दवाइयों का छिडक़ाव कराया गया है। गांव में लगातार नजर रखी जा रही है।
आनंद अहिरवार, बीएमओ।
डॉ. आरके अठया, सीएमएचओ।