बेहद धीमी ट्रेन की रफ्तार
प्रारंभिक जांच में रेल पटरी टूटने के कारण कटनी-चोपन पैसेंजर ट्रेन के बेपटरी होने की बात कही जा रही है। रात में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान रेलवे के आला अधिकारी इसी बात की चर्चा आपस में कर रहे थे। हालांकि रेलवे ने इस आशय की अधिकारिक जानकारी दी है। हादसे के समय ट्रेन की रफ्तार बेहद धीमी थी। इस कारण बड़ा हादसा टल गया। टे्रन हादसे में 2 यात्रियों को गंभीर चोट आई है। जिनका इलाज कटनी जिला अस्पताल में चल रहा है। अन्य यात्रियों को मामूली चोटें आई थी। जिन्हे प्रारंभिक उपचार के बाद घर के लिए रवाना कर दिया गया।
राहत कार्य शुरु
सलहना-पिपरिया रेलवे स्टेशन के बीच जहां पर हादसा हुआ है वहां रात में ही राहत और बचाव के कार्य शुरु कर दिए थे। रेलवे डीआरएम जबलपुर डॉ. मनोज सिंह, एडीआरएम राधा मोहन पुरिया, एरिया मैनेजर एनकेजे एनके राजपूत सहित अन्य अधिकारी स्पॉट पर ही रहे। हादसे को लेकर डीआरएम डॉ. मनोज सिंह ने बताया रेल हादसे की वजन ट्रैक फैक्चर हो सकती है। स्थिति जांच के बाद स्पष्ट होगी।
ट्रेनों की आवाजाही ठप
कटनी-सिंगरौली रेल खंड सिंगल लाइन रेलवे ट्रैक है। सलहना-पिपरिया रेलवे स्टेशन के बीच हुए ट्रेन हादसे के बाद यह लाइन पूरी तरह से बंद है। भोपाल-सिंगरौली सुपरफास्ट, जबलपुर-हावड़ा शक्तिपुंज और सिंगरौली-जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस का परिचालन इस हादसे से प्रभावित हुआ है। इस ट्रैक पर कोयला लेकर सिंगरौली जाने वाली मालगाड़ी भी नहीं चल पा रही है।
दोपहर तक सामान्य होगा आवागमन
कटनी-सिंगरौली रेल खंड पर ट्रेनों की आवाजाही रविवार दोपहर तक सामान्य होगा। दुर्घटनाग्रस्त यात्री ट्रेन के डिब्बे पटरी से दूर कर नई पटरी बिछाने का काम शुरु कर दिया गया है। डीआरएम डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि ट्रेनों की आवाजाही सामान्य होने से 6 से 7 घंटे का समय लगेगा।