यह है मामला
जांच दौरान पुलिस ने कार्यालय मुख्यालय उप पंजीयक कटनी से ग्राम गुड़ाकला के पटवारी हल्का नम्बर 25 खसरा नं. 360, 361 कुल रकवा 1.25 हेक्टेयर भूमि की सत्यापित रजिस्ट्री के कागजात दस्तावेजों के प्राप्त किए। जांच में पाया गया कि रजिस्ट्री कराते समय विक्रेता जयवीर सिंह के स्थान पर राजभान पटेल निवासी रीवा की फोटो एवं उक्त भूमि में असल विक्रेता जयवीर के स्थान पर फर्जी विक्रेता राजभान पटेल निवासी रीवा की फोटो, क्रेता (जोगेन्दर सिंह राणा एवं हेमचन्द राणा) के साथ होना पाया गया। दस्तावेजों की जांच में मतदाता परिचय पत्र क्रमांक वायजेडएफ3023736 अंकित है जो कि एपिक नंबर सर्च करने पर राजभान पिता रामकुमार पटेल के नाम पर होना पाया गया। ऋणपुस्तिका का नंबर एलयूएम 030123 अंकित है। जबकि असल ऋणपुस्तिका का नंबर एलएल014385 होना पाया गया। आवेदक की जमीन को धोखाधड़ी एवं बेईमानी पूर्वक कूटरचित दस्तावेज संलग्न कर जमीन की रजिस्ट्री करना पाया गया। जांच प्रतिवेदन के संबंध में एसपी से निर्देश प्राप्त होने पर चारों आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
पीडि़त ने बताया कि 30 जून को जयवीर खेती कराने आया तो देखा कि खेत में कुएं को मिट्टट्टी से भटवा दिया है और मकान जो खेत में था उसे गिरा दिया गया। जानकारी ली तो पता चला कि उक्त अपराधियों की करतूत है। आरोपी खेत पहुंचे और धमकी देने लगे कि यह जमीन हमने खरीद लिया है। कहा कि खेत नहीं आना नहीं तो जिंदा नहीं छोड़ेंगे। जब दस्तावेज निकलवाया तब पता चला कि उक्त जमीन की किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा करके फर्जी हथकंडे अपनाकर जालसाजी ढंग से दूसरे व्यक्ति को खड़ा करके व जाली ऋण पुस्तिका व जाली मतदाता परिचय पत्र के आधार पर फर्जी हथकंडे अपनाकर सांठगांठ कर रजिस्टी कराई गई है।