वहीं, रेलवे प्रबंधन की ओर से दावा किया जा रहा है कि आगामी 4 से 5 घंटे में माल गाड़ी के डिब्बे हटवाकर रेल मार्ग ठीक कर ट्रेनों की आवाजाही शुरू करवा दी जाएगी। गनीमत रही कि जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस वक्त कोई यात्री ट्रेन वहां से नहीं गुजरी। इस तरह बड़ा ट्रेन हादसा होने से टल गया। वहीं, दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में हुए इस रेल हादसे से मध्य प्रदेश तक के रेल यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है।
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जानकारी के मुताबिक, घटना 26 नवंबर को दोपहर 12 बजे घटी। एक मालगाड़ी बिलासपुर-कटनी रूट से गुजर रही थी। इस दौरान जैसे ही वो भनवारटंक के पास गुजरी, वैसे ही उसके 7 वैगन पटरी से उतर गए। लोको पायलट ने जैसे ही ये खबर सीनियर अधिकारियों को दी, वैसे ही हड़कंप मच गया। रेलवे अधिकारियों ने आनन-फानन में रिलीफ ट्रेनें मौके की ओर भेजी हैं. कई अधिकारी खुद भी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। इधर, वैगन गिरने की वजह से अप-डाउन ट्रेनों को रोक दिया गया है।