बिजली के इंतजार में नया औद्योगिक क्षेत्र, चार माह बाद होगा प्लांटों को आवंटन
558 बनाए गए केस
बिजली कंपनी द्वारा अब लगातार बिल जमा न करने पर केस बनाए जा रहे हैं। विभाग के अनुसार अबतक नए वित्तीय वर्ष में अप्रेल माह से अबतक 558 केस बनाए गए हैं। जो लोग समय पर बिल नहीं जमा किए हैं उनके खिलाफ न्यायालय से भी कार्रवाई कराई जा रही है। नोटिस जारी किए गए हैं।
कई उपभोक्ता ऐसे हैं 6 माह से अधिक समय से बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ विभाग द्वारा आरआरसी की कार्रवाई कर रहा है। उपभोक्ताओं को कुर्की की अग्रिम कार्रवाई के लिए नोटिस भेजे गए हैं।
फीडर उपभोक्ता
खिरहनी 578
खिरहनी-2 939
माधवनगर 81
ग्रामीण 158
ग्रामीण-2 606
शहर 670
योग 3032
खास-खास:- 58 हजार हैं शहरी क्षेत्र में उपभोक्ता
- 69805 हैं घरेलू मीटर कनेक्शन
- 14345 हैं व्यवसायिक मीटर कनेक्शन
- 128 लाख यूनिट प्रतिमाह है बिजली खपत
- 35 लाख यूनिट है व्यवसायिक खपत
- 7.51 करोड़ रुपए होती है घरेलू बिलिंग
- 3.30 करोड़ रुपए होती है व्यवसायिक बिलिंग
शहर व शहरी ग्रामीण फीडर मिलाकर उपभोक्तओं पर बड़ी रकम बकाया है। लोग समय पर बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं। कई उपभोक्ताओं पर 22 करोड़ रुपए बकाया है, जिसकी रिकवरी करने में बिजली विभाग का पसीना छूट रहा है। बिल जमा न होने पर कनेक्शन कटाने की कार्रवाई शुरू की गई है।
3 करोड़ रुपए दबाए बैठे सरकारी विभाग
आम उपभोक्ता ही नहीं बल्कि शहर में शासकीय कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी भ करोड़ों रुपए का बिल दबाए बैठे हैं। सरकारी विभागों पर 3 करोड़ रुपए का बिल बकाया है। बिजली कंपनी आप उपभोक्ताओं पर तो सख्ती कर रही है, लेकिन कई माह से बिल जमा न करने वाले सरकारी विभागों पर कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पा रही।
शहरी क्षेत्र व शहरी-ग्रामीण फीडर के 852 उपभोक्तओं पर 3.64 करोड़ रुपए बकाया है। वसूली की कार्रवाई चल रही है। समय पर बिल न जमा करने पर कनेक्शन काटे जा रहे हैं। 3 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के खिलाफ आरआरसी की कार्रवाई की जा रही है। लोग समय पर बिल जमा कर होने वाली परेशानी से बच सकते हैं।
मुकेश मोहबे, डीई शहर।