अधिकारियों के दल ने अमगवां ग्राम के आंगनबाड़ी केन्द्र, प्राथमिक स्कूल, उप स्वास्थ्य केन्द्र, उचित मूल्य की दुकान, ग्राम पंचायत कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं के संचालन का जायजा लिया। इस अवसर पर कलेक्टर एसबी सिंह, जिला पंचायत सीइओ जगदीश चंद्र गोमे, पूर्व विधायक बहोरीबंद विधानसभा सौरभ सिंह, एसडीएम बलबीर रमण सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में 78 स्वसहायता समूहों के स्वीकृत आरएफ की राशि 8 लाख 74 हजार रुपये वितरित की। इसी प्रकार ग्राम संगठनों के 10 स्वसहायता समूहों को 35 लाख 10 हजार रुपये की स्वीकृत राशि वितरित की गई।
अमगवां में बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामवासियों की चौपाल में कलेक्टर ने कहा कि अमगवां के सभी मोहल्लों में समुचित पेयजल की उपलब्धता के लिये पेयजल स्त्रोत की मोटर की क्षमता 7 हॉर्स पावर कर दी जायेगी। पेयजल आपूर्ति की पाईप लाईन का भी सुधार कराया जायेगा। उन्होने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और ग्राम पंचायत को निर्देशित किया कि हैंड पपों के आसपास जल जमाव और गंदगी नहीं हो, इसके लिये प्लेटफार्म को ठीक कर सोता गड्ढा भी बनाएं। गांव के गन्दे पानी की निकासी के लिये निजी भूमि मालिकों से सहमति लेकर नालियां बनाने का प्रस्ताव भी सीईओ जनपद को तैयार करने के निर्देश दिये।
चौपाल में कृषि वैज्ञानिक जवाहर लाल नेहरु कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर के पादप रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक वाष्णनेकर और कृषि वैज्ञानिक केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एके तोमर ने किसानों को धान की फसल को कड़वा रोग से बचाने और उपचार की तकनीकी जानकारी दी।
यहां कृषि उपज मंडी परिसर मुहास में आयोजित ब्लॉक स्तरीय शिविर में ग्रामीणों की समस्याओं और मांगों के संबंध में कुल 390 आवेदनों में से 190 प्रकरणों का मौके पर निराकरण किया गया। कलेक्टर ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र होने से रीठी क्षेत्र में पेयजल और सिंचन जल की समस्या प्रमुख है। इसके स्थायी निदान के लिये सतही जल संरचनाओं का प्रस्ताव तैयार किया जायेगा।
कार्यक्रम की खास बातें
– कलेक्टर ने खेत पहुंचकर कंडवा रोग से प्रभावित फसलों का जायजा लिया और किसानों से बात की।
– गांव में पेयजल स्रोतों की व्यवस्था और गांव की साफ-सफाई कार्य का निरीक्षण किया।
– गांव में जियालाल और सुग्गी लाल के प्रधानमंत्री आवास का निरीक्षण कर अपूर्ण आवास को जल्द पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
– उप स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण के दौरान एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं से बच्चों और महिलाओं के टीकाकरण, दस्तक अभियान के फॉलोअप और उपलब्ध दवाओं के बारे में जानकारी ली।
– आंगनबाड़ी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान बच्चों को थर्ड मील, नाश्ता, भोजन वितरण एवं संदर्भ सेवाओं के बारे में पूछा। प्राथमिक शाला के निरीक्षण के दौरान सभी शिक्षक उपस्थित मिले।