दरअसल रोडवेज डिपो सूत्रों के अनुसार, राजस्थान परिवहन निगम ने दो माह पहले सुपर एक्सप्रेस ब्लू लाइन की 510 बसें खरीदीं थीं। जिन्हे प्रदेश की सभी 52 रोडवेज डिपो के लिए आवंटित किया गया। बस निर्माता कम्पनी ने पहली खेप में अगस्त माह के दूसरे पखवाड़े में 156 बसों की रोडवेज मुख्यालय को आपूर्ति दी थी। जहां से करौली व हिण्डौन आगार को 2-2 बसें भेजी गई थी। शेष बसों की खेप मिलने पर गत दिवस 4 और नई बसें रोडवेज डिपों में जयपुर मुख्यालय से भेजी गई हैं। इससे रोडवेज डिपो में बीएस-6 श्रेणी की बसों संख्या बढ़ कर 8 हो गई हैं।
वहीं, 4 बसें कम्पनी कार्यशाला में आपूर्ति लिए तैयार खड़ी हैं। रोडवेज डिपो प्रबंधन ने पूर्व में आई चारों बसों को दिल्ली सहित विभिन्न मार्गों पर संचालित कर दिया है। वहीं, गत दिवस आई चार बसों को एसआरटी व परिवहन विभाग की कार्रवाई के बाद मार्गों पर संचालित किया जाएगा। डिपो कार्यशाला के पारी प्रभारी मोहम्मद तजम्म्मुल खान ने बताया कि हिण्डौन व करौली डिपो में रोडवेज निगम की 40 व अनुबंध की 8 बसें संचालन योग्य हैं।
16 बसों का हुआ है आवंटन
रोडवेज डिपो के प्रेम बेनीवाल ने बताया कि परिवहन निगम मुख्यालय द्वारा कुल 510 नई बसें खरीदी हैं। इनमें से करौली डिपो के लिए 6 व हिण्डौन डिपो के लिए 10 बसें आवंटित की हैं। बीएस -6 श्रेणी की कुल 16 बसों में से डिपो को 8 बसों की आपूर्ति मिल गई है।
लोहागढ़ से आई 2 पुरानी बस
लोकल मार्गों पर बसों का टोटा झेल रही हिण्डौन डिपो को भरतपुर की लोहागढ़ डिपो से दो पुरानी बसें भी मिली हैं। भरतपुर के एनसीआर क्षेत्र में होने से 2012 मॉडल की बसें प्रतिबंधित होने से मुख्यालय ने दो बसों को हिण्डौन डिपो भेज दिया है।
अनुबंध की बसें भी आएंगी
रोडवेज सूत्रों के अनुसार जिले की हिण्डौन व करौली डिपो में अनुबंध की 7-7 बसों का आवंटन हैं। अवधिपार होने से हाल ही में 5 बसों का ऑफ रूट किया गया है। ऐसे में अनुबंध की 5 नई बसें भी डिपो को जल्द मिलने की उम्मीद है।