IMD Rain Forecast: मौसम विभाग की बड़ी चेतावनी, अगले 24 घंटे हैं बेहद खतरनाक, यहां होगी भारी बारिश
वहीं करौली के सपोटरा उपखंड क्षेत्र में शुक्रवार सुबह से ही झमाझम बारिश होने से कई जगह पानी भर गया। खेतों में पानी आने से किसानों के चेहरे खिल गए। क्षेत्र के मांगरोल, बापौती, डाबरा, डिकोली, पीलोदापुरा, खिरखिडी, बाजना, मिझौरा, आडाडूंगर, गज्जूपुरा, गोठरा आदि में जोरदार बरसात हुई। खेतों में पानी भरने से बीज खराब होने का अंदेशा है। किसानों ने बताया कि हाल ही में बुवाई की है। ऐसे में अधिक समय तक पानी भरा रहा तो नुकसान होने की संभावना है। सपोटरा उपखंड क्षेत्र में करीब 70 प्रतिशत बुवाई हो चुकी है। बरसात के बाद ठंडक होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।
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मासलपुर कस्बे समेत आसपास के क्षेत्र में शुक्रवार को एक घंटे तेज बरसात हुई। जिससे खेत तर हो गए। सड़क जल जमाव से दरिया बन गई। यहां सुबह से ही बरसात का दौर जारी रहा। शाम को तेज बरसात हुई। जिससे तालाब, पोखर आदि में पानी की आवक हुई है। बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी। बता दें कि देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून छा गया है, लेकिन जून में सामान्य से कम बरसात हुई। अब जुलाई में भी मानसून की बारिश सामान्य रहने का पूर्वानुमान है, जबकि मानसून के दौरान सर्वाधिक बारिश जुलाई में ही होती है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने शुक्रवार को जुलाई का मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि जुलाई में दीर्घकालीन औसत के मुताबिक 94 से 106 प्रतिशत तक बारिश हो सकती है। इस महीने के दीर्घकालीन औसत 280.4 मिलीमीटर है।