लगातार दो बार से कांग्रेस के खाते में रही टोडाभीम एवं सपोटरा सीट को बचाए रखना पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना है। वहीं भाजपा ने कांग्रेस के किले की नींव को हिलाने के लिए मतदान से चार दिन पहले करौली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा कराकर मास्टर स्ट्रोक खेला है। इस जनसभा के जरिए करौली-धौलपुर जिले की आठ सीटों व गंगापुरसिटी व महवा सहित 10 सीटों को साधने का प्रयास किया गया। चुनावी सीजन में हुए दलबदल से जिले की चारों सीटों पर परम्परागत जातीय समीकरण प्रभावित होने से मुकाबला कांटे का दिख रहा है। वर्ष 2018 में चार में से एक भी सीट पर जीत नहीं मिलने से इस चुनाव में भाजपा ने प्रचार में पूरी ताकत लगा दी है। भाजपा ने इस चुनाव में करौली में टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक दर्शनसिह गुर्जर, टोडाभीम में नए चेहरे रामनिवास मीणा तथा सपोटरा विधानसभा क्षेत्र में हंसराज मीणा पर दांव लगाया है।
जयपुर जिले की इन सीटों पर ‘फाइट’ है सबसे ‘टाइट’, त्रिकोणीय नहीं- दिख रहा चतुष्कोणीय मुकाबला
वहीं हिण्डौन में 2018 में टिकट कटने के बाद भाजपा ने इस बार फिर से पूर्व विधायक राजकुमारी जाटव पर विश्वास जता चुनाव मैदान में उतारा है। हिण्डौन में कांग्रेस ने हर बार विधायक बदलने की परम्परा को तोड़ने के लिए कई बार प्रत्याशी रहे विधायक भरोसीलाल जाटव का टिकट काट नए चेहरे के तौर पर महिला प्रत्याशी अनीता जाटव को मैदान में उतारा है। विधायक के पुत्र व नगर परिषद के सभापति बृजेश जाटव ने कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर बसपा का दामन थाम चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
भूल हो गई थी, सरकार आते ही राजस्थान के इस कस्बे को बनाएंगे जिला- अशोक गहलोत
चुनावी रण में सपोटरा सीट पर कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री रमेश मीना को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है, जिनके सामने भाजपा प्रत्याशी हंसराज मीना के बीच मुकाबला है, वहीं कमोबेश यही स्थिति करौली सीट पर बनी हुई है, जहां भाजपा प्रत्याशी दर्शनसिंह और कांग्रेस प्रत्याशी लाखनसिंह के बीच कड़ा मुकाबला नजर आ रहा है। यहां बसपा से रविन्द्र मीना चुनाव मैदान में हैं। इसी प्रकार टोडाभीम में कांग्रेस के घनश्याम महर व भाजपा के रामनिवास मीना की टक्कर के बीच निर्दलीय राघव मीना चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं।