1237 मिलीयन टन का मिला भंडार, लेकिन उपयोग नहीं
करौली जिले के हिण्डौन सिटी तहसील के देदरौली, टोडूपुरा, खोहर्रा, लिलोटी आदि गांवों की पहाडिय़ों पर लोह का भंडार सरकार ने तलाश किया। इन मशीनों से लगभग 125 मीटर के 40 बोर किए गए। खुदाई में 1237 मिलियन टन लोह अयस्क होने का अनुमान लगाया गया।
सड़को को बजट की जरूरत
जिले में सड़कों का निर्माण बजट के अभाव में रुका हुआ है। कैलादेवी आस्थाधाम की मॉडल सड़क, करौली के नए अस्पताल रोड, नादौती व टोडाभीम क्षेत्र के अनेक गंवों में सड़कों का निर्माण बजट के अभाव में बंद है। कैलादेवी की मॉडल सड़क के लिए १६ करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की गई पर बजट मात्र लगभग पांच करोड रुपए ही मिला है।
इंजीनियरिंग व पॉलोटेक्निक कॉलेज को मिले बजट
करौली जिला मुख्यालय पर इंजीनियरिंग व पॉलोटेक्निक कॉलेज स्वीकृत है। लेकिन भवन के अभाव में दोनों कॉलेज भरतपुर व अलवर में संचालित है। करौली का पॉलोटेक्निक कॉलेज के भवन का निर्माण बजट के अभाव में अधूरा पड़ा है।
क्षेत्र के बड़े कस्बे सूरौठ व श्रीमहावीरजी वर्तमान में उपतहसील हैं। दोनों कस्बों के राजस्व संबंधी कार्य का निस्पादन का बोझ तहसील कार्यालय पर है। ग्रामीणों को भी तहसील कार्यालय आने के लिए १५-२० किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। दोनों कस्बे तहसील में क्रमोन्नत होते हैं, तो ग्रामीणों को राहत मिलेगी। वहीं हिण्डौन तहसील कार्यालय से राजस्व कार्यों का वजन कम होगा।