सूत्रों ने बताया कि बैठक की चर्चा को गोपनीय रखने के लिए बैठक में गंगाजल लाकर सौगन्ध-शपथ भी दिलाई गई। पर्यवेक्षक ने साफ कहा कि बैठक में की चर्चा को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाना है। किस सदस्य ने किसने किसका विरोध किया किसका समर्थन, इस बात को गोपनीय रखने पर जोर दिया गया। इस कारण रात तक सभी सदस्य कुछ भी सूचना बताने से आनाकानी करते रहे।