जिनके ऊपर ब्लॉक सीएमएचओ का अतिरिक्त कार्यभार होने से उनको कभी न्यायालय कार्य, कभी मीटिंग में जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। उनके अन्य कार्यों में व्यस्त होने पर अस्पताल में मरीजों की समय पर जांच नहीं हो पाती। पर्याप्त डॉक्टर नहीं होने से एमएलसी के लिए पुलिस को घायलों को अन्य अस्पताल में ले जाना पड़ता है। अस्पताल में पांच चिकित्सकों के पद स्वीकृत है। जिनमें से चार चिकित्सकों के पद रिक्त चल रहे हैं।
ओपीडी में रोजाना उमड़ती भीड़ ओपीडी में रोजाना के करीब 300 मरीज सामान्य दिनों में आते हैं। मौसमी बीमारियों का दौर चलने पर इनकी संख्या चार सौ से पांच सौ तक पहुंच जाती है। अस्पताल में रोजाना कई डिलेवरी होती है। ऐसे में अगर जच्चा-बच्चा को डिलेवरी के दौरान इमरजेंसी में इलाज की आवश्यकता पड़ती है तो संबंधित चिकित्सक नहीं है। हालत यह है कि छोटी-छोटी बीमारी से ग्रसित मरीजों को अस्पताल में प्राथमिक इलाज भी नहीं मिल पाता है। उन्हें अपना इलाज करने के लिए जिला अस्पताल जाना पड़ रहा है।
कई गांवों से आते मरीज
क्षेत्र के सीएचसी अस्पताल में श्री महावीरजी तहसील सहित सीमावर्ती अन्य तहसीलों के नजदीक के करीब 100 से अधिक गांव जुड़े हैं। यहां मौजूद चिकित्सक के विभागीय बैठकों में जाने पर अस्पताल डॉक्टर विहीन हो जाता है। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऐसे में दूसरे डॉक्टर की ड्यूटी नहीं लगाई जाती है। ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए हिंडौन सिटी, करौली या अन्य शहरों के अस्पताल में जाना पड़ता है। इलाज के लिए मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बीसीएमओ का भी चार्ज
सरकारी अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले सभी मरीज एक ही चिकित्सक के भरोसे है। एकमात्र कार्यरत चिकित्सक जिस पर सीएचसी प्रभारी के अतिरिक्त ब्लॉक सीएमएचओ का अतिरिक्त प्रभार भी है। जिसके चलते विभागीय बैठकों में भी जाना पड़ता है। ऐसे में पीछे से अस्पताल में चिकित्सकों की गैर मौजूदगी में मरीज को बिना उपचार के ही लौटना पड़ता है। राज्य सरकार की उदासीनता के चलते अस्पताल में सुविधाओं का अभाव चल रहा है। नहीं हो रहे एक्स-रे व सोनोग्राफी
अस्पताल में जांच की सुविधाएं भी नहीं है। जिससे मरीजों को दूसरे अस्पतालों में जांच करानी पड़ती है। एक्सरे व सोनाग्राफी की जांच संबंधी रोजाना कई मरीज आते हैं, लेकिन अस्पताल में दोनों की सुविधाएं नहीं है। सोनोग्राफी हीं होने से प्रसूताओं को काफी परेशानी होती है। उनको अन्य जगह जांच के लिए जाना पड़ता है। सीबीसी के अतिरिक्त अन्य कोई जांच नहीं हो रही।
सीएचसी में चिकित्सकों की कमी के बारे में उच्च अधिकारियों को कई बार अवगत करा दिया गया है। एक चिकित्सक का हाल ही में स्थानांतरण हो गया है। वर्तमान में चार पद खाली चल रहे हैं।- दर्शन सिंह, सीएचसी प्रभारी व ब्लॉक सीएमएचओ, श्रीमहावीरजी