दरअसल, यह घटना कानपुर के सरसौल थाना क्षेत्र के नर्वल कस्बा की है। जहां के रहने वाले सुनील शर्मा सेकंड हैंड ऑटो चलाकर जैसे-तैसे परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। पत्नी संगीता ने बताया कि उन्होंने आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए कुछ समय पहले ही एक सेकंड हैंड ऑटो खरीदा था, जिससे सिर्फ घर का गुजारा हो रहा था। लेकिन, इसी बीच 21 जुलाई को ट्रैफिक पुलिस ने 10 हजार रुपये का ई-चालान भेज दिया। मोबाइल पर मैसेज देखते ही सुनील के पैरों तले जैसे जमीन ही न रही और वह परेशान रहने लगे।
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पति यूपी पुलिस की ड्यूटी पर तैनात, बहू को घर में अकेला पाकर ससुर ने कर दिया कांड …और कट गया दूसरा चालान संगीता ने बताया कि वह 10 हजार का चालान भरने का जुगाड़ कर ही रहे थे कि 4 सितंबर को 12 हजार 500 रुपये का एक और चालान हो गया। दूसरे चालान का मैसेज देख वह पूरी तरह मानसिक तनाव में आ गए और इसी सदमे में अपनी जान भी दे दी। सुनील अपने पीछे पत्नी संगीता और चार वर्षीय एक बेटी छोड़ गए हैं। बता दें कि सुनील के माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। उसने बेटी को भी गोद लिया था।
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गर्लफ्रेंड के साथ गैंगरेप कराने के बाद हत्या कर गंग नहर में फेंक दिया शव दिन में भी की थी सुसाइड की कोशिश परिजनों का कहना है कि शनिवार को भी सुनील ने जान देने का प्रयास किया था। तब एक पड़ोसी ने जैसे-तैसे समझाकर बचाया था। परिवार को भी इस बात की जानकारी दी गई थी। इसके बाद जब रात को पत्नी और बेटी सो गए तो सुनील ने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी।