ओटीटी पर रिलीज होने 6 माह में 100 गुना था इस तथ्य का खुलासा मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में भी हुआ है कि राज कुंद्रा की कम्पनी द्वारा बनाई गई फिल्मों में जितना इनवेस्टमेंट होता था। उसके ओटीटी पर रिलीज होने के साथ ही छह माह में 100 गुना से ज्यादा मुनाफा हो रहा था। इससे अरविंद श्रीवास्तव की लालसा भी जाग उठा। इसी वजह से अरविंद ने खुद का ओटीटी चैनल लाने पर काम शुरू कर दिया। ओटीटी चैनल्स लाने के लिए उसने पैसा भी जुटा लिया था। मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के अनुसार शुरुआती कानूनी लिखापढ़ी और दस्तावेजों के लिए अरविंद के पास पर्याप्त पैसा था। सिर्फ प्रोडक्शन के लिए उसे पैसे का जुगाड़ करना था।
कानपुर के दो व्यापारियों से था अरविंद का संपर्क अरविंद का कानपुर के दो व्यापारियों से भी सम्पर्क था। उसके एक मित्र ने फोन द्वारा यहां दो व्यापारियों से उसकी बात कराई थी। जिनसे उसकी ओटीटी प्लेटफार्म के लॉन्च को लेकर बात चल रही थी। अरविंद व्यापारियों से चैनल में पैसा लगाने को लेकर बात कर रहा था। उसने यहां के कारोबारियों से एडल्ट फिल्मों के प्रोजेक्ट पर चर्चा की, लेकिन ओटीटी लॉन्च होने के बाद वह अश्लील फिल्में बनाने वाला था। मुंबई क्राइम ब्रांच के अफसरों के अनुसार दोनों कारोबारियों के ईमेल ट्रेस हुए हैं। जरूरत पड़ने पर दोनों से पूछताछ की जा सकती है।