पाक एजेंट होने का शक कानपुर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि गिरफ्तार बांग्लादेशी रिजवान पर पाकिस्तान एंजेट होने का शक है। यह मामला राष्ट्रद्रोह से जुड़ा भी हो सकता है। पुलिस एनआईए और मिलिट्री इंटेलिजेंस को भी इस घटना की जानकारी देगी।
बांग्लादेशी रिजवान कैसे ली भारतीय नागरिकता? पुलिस के मुताबिक रिजवान कुछ साल पहले बांग्लादेश से भारत आया और कानपुर में रहने लगा। रिजवान कानपुर की रहने वाले खालिद माजिद की बेटी हिना से शादी की। इसके बाद वह हिना को लेकर बांग्लादेश चला गया। हिना ने वहां की नागरिकता और पासपोर्ट हासिल कर लिया। इन लोगों ने पाकिस्तान की भी यात्राएं कीं।
2016 में रिजवान दोबारा से कानपुर आकर रहने लगा। कानपुर में रहने के दौरान ससुर खालिद ने दामाद रिजवान, बेटी हिना और नाती के लिए अपने पते पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे मूलगंज मैदा मार्केट वाले घर के पते पर आधार कार्ड, पासपोर्ट समेत अन्य दस्तावेज बनवाया। इन सभी के पास दोनों जगहों के दस्तावेज हैं। रिजवान के 1 बेटा अर्सलान, दो बेटियां रूखसार और उर्फी हैं। उनके ससुर खालिद माजिद और उनकी बेटी हिना के पास भारतीय नागरिकता है। गिरफ्तार होने वाले नागरिक रिजवान, खालिद, हिना, रुखसार, किशोर शामिल हैं।
सपा विधायक इरफान सोलंकी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी के मुताबिक विधायक इरफान सोलंकी और पार्षद मन्नू रहमान ने अपने लेटर पैड पर रिजवान के भारतीय होने का और स्थानीय पते का प्रमाण पत्र दिया। इसमें लिखा था कि वह इंपीरियल रेजीडेंस आर्यनगर कानपुर उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं।
पुलिस ने थाना मूलगंज में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करना, साजिश रचना और विदेशी विषयक अधिनियम 1946 के तहत 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इसके अलावा पुलिस डॉ. रिजवान और सपा विधायक इरफान के कनेक्शन की जांच कर रही है। जांच में आरोप सही पाए गए तो विधायक का नाम भी एफआईआर में बढ़ाया जाएगा।