scriptराज्यमंत्री हुईं भावुक, बोली- मेरा महिला कल्याण विभाग में रहना बेकार है, जब हम मां-बेटी को नहीं बचा पा रहे हैं | Minister of State became emotional, said - my stay in the Women's Welfare Department is useless, when we are not able to save the mother-daughter | Patrika News
कानपुर

राज्यमंत्री हुईं भावुक, बोली- मेरा महिला कल्याण विभाग में रहना बेकार है, जब हम मां-बेटी को नहीं बचा पा रहे हैं

Burning to death : कानपुर देहात में मां बेटी झोपड़ी के अंदर जिंदा जलकर मौत हो गई। घटना के बाद घटनास्थल पर जिले के अधिकारी व राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला की मौके पर पहुंची।

कानपुरFeb 14, 2023 / 12:12 am

Avanish Kumar

राज्यमंत्री हुईं भावुक, बोली- मेरा महिला कल्याण विभाग में रहना बेकार है, जब हम मां-बेटी को नहीं बचा पा रहे हैं

राज्यमंत्री हुईं भावुक, बोली- मेरा महिला कल्याण विभाग में रहना बेकार है, जब हम मां-बेटी को नहीं बचा पा रहे हैं

Burning to death : कानपुर देहात में थाना रूरा के अंतर्गत जिंदा जलकर मां- बेटे की मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही घटनास्थल पर राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला पहुंची। उन्होंने परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त करी। इस दौरान वह पत्रकारों से बातचीत करते हुए भावुक हो गई। उन्होंने कहा कि “मेरे पास महिला कल्याण विभाग के होने का क्या फायदा,जब एक माँ और एक बेटी हम नहीं बचा पा रहे हैं।
जमीन तो यूं ही पड़ी है और पड़ी ही रहेगी

कानपुर देहात मैथा तहसील के मड़ौली गांव में झोपड़ी के अंदर मां- बेटी के जिंदा जल गई। घटना की जानकारी होते ही देर रात राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर कहा कि दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा।
इस दौरान राजमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि घटना बेहद दुखद है। जितना कष्ट इस परिवार को हो रहा है। उतना ही दुख मुझे भी हो रहा है।

इस क्षेत्र की मैं विधायक हूं। मेरे क्षेत्र में ऐसी घटना हो रही है। महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। ऐसे में मेरा महिला कल्याण विभाग में होना बेकार है।
जब हम अपनी एक बेटी व एक मां को ही नहीं बचा पा रहे हैं।उन्होंने कहा कि जमीन तो यूं ही पड़ी है। आगे भी पड़ी रहेगी। कोई कहीं नहीं ले जा रहा है।
अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई थी घटना

कानपुर देहात मैथा तहसील के मड़ौली गांव में कृष्ण गोपाल दीक्षित के खिलाफ अवैध कब्जा करने की शिकायत थी। जिसके चलते सोमवार को एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद,पुलिस व राजस्व कर्मियों के साथ गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। आरोप है कि टीम ने जेसीबी से नल और मंदिर तोड़ने के साथ ही छप्पर गिरा दिया। इससे छप्पर में आग लग गई। छप्पर के नीचे मौजूद प्रमिला (44) व उनकी बेटी नेहा (18) की आग की चपेट में आने से जलकर मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कृष्ण गोपाल गंभीर रूप से झुलस गए। वही सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के साथ पीएसी तैनात कर दी गई है।

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