इटावा: पीजीआई में संविदा कर्मियों की भर्ती में गड़बड़ी, तीन को पुलिस ने किया गिरफ्तार
आईआईटी कैंपस में एल्युमिनाई नीट का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम को वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रोफेसर समीर खांडेकर भी संबोधित कर रहे थे। गिरने के पहले उनके चेहरे का भाव बदलने लगा। लेकिन मौके पर मौजूद लोग जब तक समझ पाते, प्रोफेसर नीचे गिर पड़े। आनन-फानन उन्हें कार्डियोलॉजी ले जाया गया। जहां पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
प्रोफेसर समीर खांडेकर का जन्म जबलपुर मध्य प्रदेश में 10 नवंबर 1971 में हुआ था। कानपुर आईआईटी से उन्होंने 2000 में बीटेक किया। इसके बाद 2004 में जर्मनी से पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। 2004 में ही असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में आईआईटी कानपुर ज्वाइन किया। 2014 में प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नत हुए। इसके बाद उन्हें मैकेनिकल इंजीनियर का विभागाध्यक्ष और 2023 में उन्हें ‘डीन आफ स्टूडेंट अफेयर’ बनाया गया।
प्रोफेसर समीर खांडेकर अपने पीछे पत्नी पराधान्य और बेटे प्रवाह को छोड़ गए हैं। माता-पिता भी है। पुत्र प्रवाह विदेश में है। मृतक परिजनों के अनुसार विदेश से पुत्र के आने के बाद अंतिम संस्कार होगा।