बताते चलें कि कानपुर कलेक्ट्रेट के नए भवन में सिटी मजिस्ट्रेट के न्यायालय में अत्याधुनिक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसके संचालन के लिए आपदा विशेषज्ञ की तैनाती की गई है। अभी से बाढ़ आने की स्थिति पर लोगों को राहत देने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सदर में 7, घाटमपुर में 16, नर्वल में 3 और बिल्हौर में 9 बाढ़ राहत चौकी चिह्नित की गई हैं।
इनकी संख्या अभी घट और बढ़ सकती है। इन चौकियों में मूलभूत सुविधाओं के बंदोबस्त किए जा रहे हैं। नावों की व्यवस्था की जा रही है। बाढ़ पीड़ितों को बांटे जाने वाली खाद्य सामग्री के टेंडर हो गए हैं। जरूरत पड़ी तो हर बाढ़ पीड़ित परिवार को तुरंत 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू और एक लीटर खाद्य तेल दिया जाएगा।
वही तैयारियों को लेकर आपदा विशेषज्ञ जुगवीर सिंह का कहना है कि बाढ़ की आशंका के मद्देनजर अभी से राहत की तैयारी की जा रही है। इस बार बाढ़ आने की स्थिति में आम जनजीवन अस्त व्यस्त नहीं होगा। जिसको लेकर तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है।