दूसरी लहर से कमजोर होगी तीसरी लहर आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर बीते दिनों आई दूसरी लहर से कमजोर होगी। विशेषज्ञों के मुताबिक तीसरी लहर कब आएगी इसको लेकर अभी से कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन अगर लोग निश्चिंत हो गए और वायरस म्यूटेट हो गया तो लहर जल्दी आ सकती है। ऐसे में अगर वायरस का नया म्यूटेंट आएगा तो कोरोना की तीसरी लहर तेज हो सकती है। हालांकि ऐसी दशा में भी कोरोना की दूसरी लहर से यह कमजोर रहने का अनुमान है। आपको बता दें कि नया म्यूटेंट डेल्टा वैरिएंट पहले संक्रमित हो चुके लोगों को भी संक्रमित कर रहा है। ऐसे में जरा सी भी असावधानी हमारे लिये जानलेवा साबित हो सकती है।
वैक्सीनेशन से बड़ी राहत आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक और पद्मश्री प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने दावा करते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर पहली लहर से ज्यादा और दूसरी से कम खतरनाक होगी। प्रो. अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल सूत्र के आधार पर कोरोना संक्रमण का आकलन किया है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के दौरान कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोगों को काफी राहत मिलेगी, लेकिन अगर वायरस ने अपना रूप बदल लिया तो यह संक्रमण काफी तेजी से भी फैल सकता है।
अगस्त के आखिर तक तीसरी लहर प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने देश में हुए कोविड वैक्सीनेशन के आधार पर मॉडल तैयार किया है। स्टडी में तीन अहम बिंदु शामिल किए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि कई लोग ऐसे होंगे, जो वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। दूसरे ऐसे होंगे जो दोनों डोज लगवाने के बाद संक्रमित होंगे। तीसरे ऐसे जिनकी इम्यूनिटी कमजोर हो चुकी होगी। इस आधार पर यह अनुमान है कि अनलॉक होते ही लोगों ने लापरवाही बरती, मास्क नहीं पहना और सोशल डिस्टेसिंग नहीं रखी, तो तीसरी लहर अगस्त के अंत तक आ जाएगी। प्रो. अग्रवाल के ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर कितनी खतरनाक होगी, इसका अभी सिर्फ अनुमान ही लगाया जा सकता है। एकदम सटीक कौई भी आकलन नहीं किया जा सकता।