डीएम आलोक तिवारी गुरूवार को अचानक हैलट अस्पताल पहुंचे, तो वहां सीनियर डॉक्टर्स नदारद मिले। जूनियर डॉक्टरों के साथ फार्मासिस्ट मरीजों का इलाज करने में जुटे थे। डीएम ने प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से नाराजगी जताई। इसके साथ ही निगरानी के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी। उन्होंने सीएमएस से कहा कि स्टेटिक मजिस्ट्रेट, शिफ्ट इंचार्ज, डॉक्टरों का नाम और मोबाइल नंबरों को बड़े फ्लेक्स के साथ लगाया जाए। अस्पताल में भर्ती मरीजों की स्थिति का उनके परिजनों का अपडेट दिया जाए। इसके साथ ही डॉक्टर वार्डो में अपने रोस्टर के अनुसार जाएं। वहीं स्टेटिक मजिस्ट्रेट अपनी शिफ्ट के अनुसार तैनात रहेंगे। जब तक दूसरे स्टेटिक मजिस्ट्रेट ड्यूटी पर नहीं आ जाते हैं, तब तक ड्यूटी नहीं छोड़ना है।