जीएसटी चोरी रोकने के लिए पान मसाला उद्योग के सामने 24 घंटे निगरानी की जा रही है। 24 नवंबर से एसजीएसटी का सचल दल निगरानी कर रहा है। जिसके लिए 15 टीम में बनाई गई है। वरिष्ठ अफसरों को भी लगाया गया है। अपनी तैयारी के संबंध में अपर आयुक्त एसआईबी जीएसटी कुमार आनंद ने बताया कि फैक्ट्री गेट पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडिंग कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह कार्य जल्दी पूरा हो जाएगा। एक कमांड सेंटर भी बनाया जा रहा है। 21 जनवरी तक मसाला पान मसाला उद्योगों की निगरानी की जाएगी।
जीएसटी की सख्ती से हड़कंप जीएसटी की सख्ती से फैक्ट्री मालिकों में हड़कंप मचा है। उन्होंने कहा कि एसजीएसटी अफसर की कार्रवाई से कच्चा माल देने वाले भी भाग रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे से उनकी निजता का भी हनन हो रहा है। गाड़ियों की निगरानी से पान मसाला उद्योग पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। दूसरे राज्यों में उद्योग शिफ्ट करने की योजना है।
जीएसटी प्रमुख सचिव के आदेश पर निगरानी जीएसटी प्रमुख सचिव एम देवराज के आने के बाद मसाला उद्योगों में ‘कर चोरी’ पकड़ी गई। इस संबंध में उन्होंने पान मसाला उद्योगों पर 24 घंटे निगरानी के निर्देश दिए। इसके बाद रोस्टर के अनुसार अफसर की ड्यूटी लगाई जा रही है। जो गाड़ियों का हिसाब किताब रख रहे हैं। जीएसटी अफसरों की सक्रियता से पान मसाला उद्योग से जुड़े उद्यमियों की नींद उड़ गई। शहर में पान मसाला उद्योग प्रमुख उद्योगों में शामिल है। इसके साथ ही कई अन्य उद्योग भी पान मसाला उद्योग से जुड़े हैं।
अखिलेश यादव ने पलायन पर उठाए सवाल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद अखिलेश यादव ने कानपुर से पान मसाला उद्योग के पलायन पर सवाल उठाया है। उन्होंने जीएसटी और भ्रष्टाचार को प्रमुख कारण बताया है। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार की लूट-खसोट नीति के कारण यहां पर कोई इन्वेस्टर नहीं आएगा। पान मसाला उद्योग के पलायन का भी गलत संदेश जाएगा। जीएसटी ने व्यापार को बर्बाद कर दिया है। प्रदेश सरकार कारोबार ला नहीं पाई और बड़े पैमाने पर कानपुर से पान मसाला उद्योग जा रहा है। इस मौके पर गोरखपुर के एक बीजेपी समर्थक उद्योगपति का जिक्र किया। जिसके यहां 600 करोड रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई।