बसपा के ऐलान से नए समीकरण बने, भाजपा खुश मिशन 2019 को फतेह करने के लिए सभी पार्टियों ने तैयारियां तेज हैं। उत्तर प्रदेश में जहाँ सपा, बसपा, कांग्रेस और रालोद का चुनावी गठबंधन आकार लेता हुआ दिखता है, वहीं उत्तर प्रदेश से बाहर भी भाजपा को रोकने के लिए विपक्षी दलों में बातचीत का दौर जारी है। लोकसभा चुनावों के पहले कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में गठबंधन का लिटमिस टेस्ट भी भाजपा विरोधी दल करना चाहते हैं। इन्हीं कोशिशों के बीच बहुजन समाज पार्टी ने मध्यप्रदेश में सभी सीटों पर अकेले चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है, जिसके बाद पड़ोसी राज्य में नए समीकरण बनते दिख रहे हैं। नए समीकरणों ने भाजपा को चहकने का मौका दिया है, जबकि कांग्रेस को नए सिरे से होमवर्क करना होगा।
पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में अकेले लड़ेगी बसपा कानपुर निवासी और बसपा के कद्दावर नेताओं में शुमार डॉ.अशोक सिद्धार्थ ने बताया कि मध्यप्रदेश में कार्यकर्ताओं के साथ फीडबैक लेने के बाद बसपा के राज्य प्रभारी राम अचल राजभर ने तय किया है कि मध्यप्रदेश राज्य में बहुजन समाज पार्टी सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनाव की तैयारियों में पूरी ताकत से जुटने और जनता को सरकार की नाकामी बताने को कहा है। भोपाल के गांधी भवन में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में बसपा के प्रदेश प्रभारी रामअचल राजभर ने कहा कि भाजपा सरकार का बहुत विरोध है और जनता बदलाव चाहती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहने के लिए कहा है। राजभर ने कहा कि प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान जनआशीर्वाद यात्रा से जनता को गुमराह कर रहे हैं, भाजपा के राज्य में लंबे शासन के बाद भी प्रदेश के हालात किसी से छुपे नहीं हैं।
बसपा के राज्य पदाधिकारियों से लिया फीडबैक राम अचल राजभर के साथ बसपा के वरिष्ठ नेता डॉ.अशोक सिद्धार्थ ने राज्य के पदाधिकारियों से तैयारियों का फीडबैक लिया। साथ ही कहा कि समाज के सभी वर्गों के मतदाताओं से मिलें। कार्यकर्ताओं ने यूपी से लगे सीमावर्ती इलाकों में पार्टी की स्थित मजबूत बताई है। पार्टी पदाधिकारियों के मुताबिक, कांग्रेस से गठबंधन करने पर नुकसान की बात कही है। हालांकि दोनों नेताओं ने कहाकि अभी गठबंधन स्थिति का जायजा लेनें के लिए आए थे। सामान्यत: गठबंधन नहीं होगा, लेकिन अंतिम फैसला बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती करेंगे। अगले सप्ताह मध्यप्रदेश की रिपोर्ट पार्टी मुखिया को सौंपेंगे।