चमनगंज घोसियाना में चट्टे हटवाने के लिए महापौर प्रमिला पांडेय अपर नगर आयुक्त अरविंद राय, प्रवर्तन प्रभारी एके सिंह और कैटल कैचिंग विभाग प्रभारी डॉक्टर आशीष सिंह के साथ पहुंची थीं। महापौर दस्ते के वाहन चमनगंज थाने के पास खड़े करवाकर खुद गली के अंदर गईं। यहां चल रहे 5 चट्टों से महापौर ने 25 गाय समेत 15 भैंसे को पकड़ा और उन्हें कैटल वाहनों में बंद करा दिया।
महापौर की कार्रवाई से नाराज चट्टा संचालकों के अलावा स्थानीय महिलाओं ने एकाएक उन पर हमला बोल दिया। महापौर के साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें किसी तरह से सुरक्षित बाहर निकाला। कुछ देर के बाद गली से भीड़ बाहर आ गई और पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान महापौर को भी पत्थर लगे। नगर निगम के तीन वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।
महापौर पर हमले की सूचना पर कई थानों की फोर्स के साथ एसपी वेस्ट डाॅक्टर अनिल कुमाार मौके पर पहुंचे और भीड़ को खदेड़ा। गुस्साई भीड़ भी आगे बढ़ते हुए चमनगंज थाने के पास पहुंच गई और उसे घेर लिया। मामला बिगड़ता देख महापौर ने डीएम आलोक तिवारी और नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी को सूचना दी। आलाधिकारियों ने किसी तरह से लोगों को शांत कराया।
पुलिस ने महापौर और नगर निगम की टीम पर हमला करने वालों में से पांच उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया। जिसमें आरोपित असगर अली, हासिक अली, मो. यामीन, नजीर अहमद, मंसूर अली शामिल हैं। पूरे प्रकरण की जानकारी होने पर शहरकाॅजी हाजी मोहम्मद कुद्दूस, पार्षद लियाकत अली चमनगंज थाने पहुंचे और पुलिस से बेगुनाह को नहीं छोड़ने की बात कही।
मामले पर महापौर ने कहा कि चट्टों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। शाम सात बजे तक पंचायत के बाद नगर निगम की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसपी वेस्ट ने बताया कि नगर निगम कर्मी राजेंद्र प्रसाद मिश्र की तहरीर पर पांच नामजद व 200 अज्ञात लोगों पर बलवा, सरकारी कार्य में बाधा, दूसरों की जान जोखिम में डालना, तोडफोड़ पथराव, धमकी देने और नगर निकाय प्रदूषण की धारा-तीन के तहत मुक्दमा दर्ज किया गया है। पांच आरोपित पकड़े गए हैं।