मालूम हो कि भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद विनय कटियार अपने बयानों को लेकर हमेशा मीडिया में बने रहते हैं। पिछले दिनों उन्होंने अयोध्या के राम मंदिर मामले में ही सीबीआई के जरिए ही अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था। इसके बाद देश और प्रदेश की राजनीतिक में सनसनी फैल गई थी। कटियार के इस बयान के बाद भाजपा हाईकमान ने भी नाराजगी जताई थी। पार्टी के कई बड़े नेताओं ने बगैर बोले ही अपना गुस्सा जताया था। वहीं, भाजपा सूत्रों की मानें तो इस मामले में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामलाल ने विनय कटियार को तलब भी किया था। अब एक बार फिर भाजपा नेता अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि देश के सभी स्कूलों व मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि इस आदेश को जो न मानें उसको देशद्रोही समझा जाए। विनय कटियार के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। विपक्ष के नेता कटियार के इस बयान को लेकर भाजपा को घेरने की फिराक में हैं।
उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में 11 नवंबर 1954 को जन्मे विनय कटियार भाजपा के फायरब्रांड नेताओं में शुमार हैं। अपने हिन्दुत्ववाली छवि के लिए भी देश में जाने पहचाने जाते हैं। आए दिन वह हिन्दुत्व को लेकर चर्चा में रहते हैं। मालूम हो कि बाबरी विध्वंस मामले में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवानी, केंद्रीय मंत्री
उमा भारती, पूर्व सांसद रामविलास वेदांती के अलावा विनय कटियार भी आरोपी हैं।
मालूम हो कि भाजपा नेता विनय कटियार ने पिछले महीने अयोध्या में कहा था कि हम हर हालत में अयोध्या में राम मंदिर बनवा कर रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि हमें बाबर के नाम पर मस्जिद या किसी भी तरह का स्मारक कतई स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा था कि बाबर के नाम पर मस्जिद निर्माण की बात करने वाले मस्जिद नहीं, महा जिद कर रहे हैं। वहीं, दूसरा पक्ष बातचीत से भग रहा है।