कमिश्नर राजशेखर ने कहा
पत्रकारों से बातचीत करते हुए कमिश्नर राजशेखर ने कहा कि आज की आरती ट्रायल के रूप में आयोजित की गई थी। जो 1 घंटे तक चली। आरती में बनारस की भी एक टीम ने भाग लिया। जिसकी सफलता को देखते हुए नगर निगम में एक गंगा आरती आयोजन समिति स्थापित की जाएगी। समिति के सदस्य बनारस और हरिद्वार में होने वाली गंगा आरती का अध्ययन कर अगले 6 महीने के लिए महीने में 1 दिन की आरती की योजना बनाई गई। तत्पश्चात अगले 6 महीने के दौरान सप्ताह में एक आरती करने की योजना प्रस्तावित है। एक वर्ष के बाद अटल घाट पर प्रतिदिन मां गंगा की आरती की जाएगी। उन्होंने कहा कि कानपुर की पहचान गंगा से है। केंद्र व प्रदेश सरकार गंगा को स्वच्छ अभियान बनाने के लिए तमाम योजनाएं चला रही है। कार्यक्रम में शामिल अन्य लोगों में आयुक्त कानपुर मंडल, डीआईजी, कानपुर नगर, नगर आयुक्त सहित अन्य लोग शामिल थे।
कोविड-19 प्रोटोकॉल का रखा गया ध्यान
गंगा आरती को देखते हुए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया गया। इस मौके पर हैंड सेनीटाइजर, मास्क आदि की भी व्यवस्था की गई थी। इसके अतिरिक्त सुरक्षा की दृष्टिकोण से गंगा नदी में पीएससी को भी तैनात किया गया था। सुरक्षा व्यवस्था देखते हुए जून का भी उपयोग किया गया बड़े चौराहे पर जून के माध्यम से यातायात को सुचारू बनाने का प्रयास किया गया। वहीं लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया।