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लेकिन, उस दिन वे कामयाब नहीं हो पाए। 26 मई को दोबारा वह नानी को संबलपुर लेकर गया, जहां प्लानिंग के तहत सांप से कटवाने के बाद वह नानी को लेकर बांदे लौट गया। जहर के असर से उसकी नानी बेहोश हो गई थी। आकाश की मां इस दिन शादी समारोह में शामिल होने बाहर गई थी। आधी रात को आकाश ने घर में सांप निकलने की बात कहकर चीख-पुकार मचाना शुरू कर दिया। बर्तनों को पटकने लगा। पड़ोसियों के इकट्ठा होने के बाद उसने नानी को सांप डंसने की कहानी रची। दिखावे के लिए नानी को अस्पताल लेकर गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। 15 नवंबर को उसे बीमा के 1.2 करोड रुपए मिल गए थे।अपनी दुकान को नानी का बताया, उम्र में भी गोलमालआकाश पठारिया ने बेहद शातिराना अंदाज में इस पूरी वारदात को अंजाम दिया है। उसने बीमा एजेंट से मिलीभगत कर कागजातों में नानी की उम्र 53 साल दिखाई थी। जबकि, नानी की उम्र वास्तव मे 70 पार थी। यही नहीं, बड़ी राशि का बीमा करवाने में कोई तकलीफ न आए इसलिए उसने अपनी दुकान भी नानी के नाम पर दर्शाते हुए तीन साल का आयकर रिटर्न एकसाथ जमा कर दिया था। इस बीमा का वार्षिक प्रीमियम 3.11 लाख था जिसे आरोपी ने जमा भी करवा दिया था।
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बीमा के 1 करोड़ मिलने पर आकाश ने सबसे पहले बीमा एजेंट तारक देवनाथ के जरिए अपनी मां के नाम पर 50 लाख रुपए डिपॉजिट किए। बाकी बचे पैसों से उनसे गहने, गाड़ी खरीदी। इसके अलावा 10 लाख रुपए उसने ब्याज में लगा दिए थे। पुलिस ने ब्याज में चलाई गई रकम जब्त कर ली है। बीमा के पैसों के अलावा आकाश ने जिला प्रशासन से भी सर्पदंश से मौत पर मिलने वाली रकम के लिए भी आवेदन किया था। शासन से भी उसे 4 लाख रुपए मिले। इस तरह आकाश ने अपनी नानी को मौत के घाट उतारकर 1.6 करोड़ रुपए की कमाई की।
पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच अभी प्रारंभिक स्तर में है। आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। आरोपी ने आधार में अपनी नानी का उम्र बदलवाया है। इस बारे में भी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। आयकर रिटर्न और बीमा प्रीमियम के लिए 3 लाख रुपए कहां से आए! इसकी भी जांच की जा रही है।