रेंज आइजी विकास कुमार ने बताया कि बाड़मेर जिले में गिड़ाथानान्तर्गत हीरा की ढाणी निवासी पुष्पेन्द्रसिंह पुत्र किरपाराम जाट को पाल रोड पर भादू मार्केट में किराए के मकान से पकड़ा गया है। उसने फरारी के दौरान महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में आपराधिक वारदातों में शामिल होने की जानकारी दी है। आरोपी पुष्पेन्द्रबाड़मेर के कोतवाली और बालोतरा थाने में लूट के दो मामलों में वांछित था। बाड़मेर पुलिस ने 25 हजार व बालोतरा पुलिस ने 5 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।
हेड कांस्टेबल महीपालसिंह व कांस्टेबल गोपाल जाणी को मिले महत्वपूर्ण सुराग के आधार पर पुलिस ने उसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी जुटाई। दो महीने तक तकनीकी पहलुओं से जांच की गई। एसआइ प्रमीत चौहान के नेतृत्व में तलाश के दौरान पुष्पेन्द्रसिंह के पुणे में एक स्टील व्यवसायी के सम्पर्क में होने का पता लगा।
पुलिस पुणे पहुंची तो जोधपुर रवाना हो चुका था
पुलिस उसको पकड़ने पुणे पहुंची, लेकिन आरोपी दुर्गा पूजा व रावण दहन के चलते जोधपुर लौट चुका था। उसके साथ रहने वालों से सामने आया कि वह अक्सर जोधपुर में रावण दहन की चर्चा करता था। वह एक साथी को टैक्सी में लेकर जोधपुर रवाना हुआ था।
महिला किराएदार के पति के आने से मिले सुराग
तलाश के बाद पुलिस को टैक्सी चालक के नम्बर मिले। उसे पुष्पेन्द्र का फोटो दिखाया गया। जिसे उसने भादू मार्केट के पास उतारने और लेने के लिए एक महिला के आने की जानकारी दी थी। इस पर पुलिस ने आस-पास के क्षेत्र में किराए पर रहने वालों के बीच उसकी तलाश शुरू की। पांच दिन बाद भी उसका पता नहीं लगा। तब पुलिस ने किराएदार बनकर कमरा ढूंढना शुरू किया। एक मकान मालिक ने कमरे में कुछ माह से महिला किराएदार के रहने की जानकारी दी। पुलिस कमरे पहुंची तो पति-पत्नी रावण दहन देखने गए हुए थे। पुलिस के बुलावे पर महिला आई तो झगड़ा करने लगी। आवाज सुनकर पति पुष्पेन्द्रसिंह बाहर आया तो पुलिस ने पकड़ लिया।
पुलिस को धमकाया, पत्नी ने शांत कराया
सादे वस्त्रों में पुलिस ने पकड़ा तो पुष्पेन्द्रसिंह खुद को बड़ा अपराधी होना बताकर धमकाने लग गया। उसने अपने ऊपर कई मामले दर्ज होने व मारपीट का एक और मामला दर्ज होने को हल्के में लिया। पुलिस ने परिचय पत्र दिखाए तो पत्नी घबरा गई। उसने पुष्पेन्द्र को शांत किया और तब पुलिस उसे पकड़कर ले गई।