आफत की पुडि़या के रूप में बदनाम स्मैक शिक्षण संस्थाओं के आस-पास भी बेची जा रही है। कई कॉलोनी तो नशे की बिक्री के लिए ही जानी जाती है। रातानाडा व महामंदिर थाने में गत दिनों स्मैक के तीन मामले दर्ज किए गए थे। अवैध शराब बेचने के लिए बदनाम सांसी बस्ती की दो महिलाओं को रातानाडा थाना पुलिस ने स्मैक के साथ पकड़ा था। लेकिन कम मात्रा में बरामदगी होने से आरोपी आसानी से छूट भी जाते हैं। गत वर्ष जेडीए सर्किल पर कार टैक्सी चालक की गर्दन पर चाकू से जानलेवा हमला कर दो जनों ने कार लूट ली थी। कार ओसियां के पास खेत में लावारिस हालत में बरामद हुई थी। इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग सहित दो जनों को पकड़ा था। नाबालिग लड़का भाजपा नेता का पुत्र था। यह वारदात भी स्मैक के लिए ही की गई थी।
महिला तस्कर के हाथों में सप्लाई की कमान
जिले की लोहावट थाना पुलिस ने एक अगस्त को फतेहसागर में इन्द्रनगर निवासी अशोक विश्नोई को स्मैक के साथ गिरफ्त में लिया था। पूछताछ में सामने आया कि सदरी खुर्द निवासी सोफिया पत्नी मुमताज स्मैक की मुख्य सप्लायर है। पुलिस ने दो दिन बाद सोफिया को भी गिरफ्तार कर लिया। गत वर्ष उसे २६ फरवरी को भी 104 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया था। वह और उसका भाई हिदायतुल्लाह उर्फ हैदरअली आस-पास के जिलों में स्मैक के प्रमुख सप्लायर हैं।
दो दिन में लूट की दो वारदात – 4 अगस्त : बैंक ऑफ बड़ोदा में कार्यरत कविता सोलंकी सहकर्मी महिला के साथ मोपेड से घर लौट रही थी। पावटा बी रोड पर आर्य समाज भवन के सामने मोटरसाइकिल सवार युवक ने झपट्टा मारकर मोपेड के पीछे बैठी कविता के हाथ से पर्स लूट लिया था। जिसमें मोबाइल, कुछ रुपए व बैंक की छह चाबियां थी।
– पांच अगस्त : पावटा बी रोड पर अण्डरब्रिज के पास एसबीआई के एटीएम में रुपए जमा करा रहे जसाराम को चाकू से धमकाकर चार हजार रुपए व पर्स लूट लिया गया था। दोनों वारदात महामंदिर तीसरी पोल के बाहर निवासी सुयश वाजपेयी ने स्मैक के लिएकी थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया है।