इन सब तैयारियारों के साथ ही जोधपुर पहुंचने वाले शाही परिवार के लोगों को लेकर राजनीति के गलियारों में भी हलचल मचने लगी है। उल्लेखनीय है कि पूर्व सांसद गजसिंह की पत्नी हेमलता राजे हिमाचल प्रदेश की हैं और उनकी बहन चंद्रेशकुमारी कटोच का ससुराल भी हिमाचल के कांगड़ा में ही है। कटोच कांग्रेस के कार्यकाल में जोधपुर से पिछली सांसद भी रह चुकी है। एेसे में हाल में सम्पन्न हुए हिमाचल प्रदेश के चुनावों के बाद शाही परिवार के लोगों के यहां पहुंचने पर सियासी गुफ्तगू भी खासी बढ़ गई है। वहीं आगामी साल में होने वाले मध्यप्रदेश और राजस्थान के चुनावों को भी इससे जोड़ के देखा जा रहा है। क्यूंकि शाही परिवारों और राजनीति का पुराना साथ है। सूत्रों के अनुसार इस साल के जन्मदिन के अवसर पर मध्यप्रदेश सहित देशभर के शाही परिवार के लोगों के आने की संख्या अन्य सालों के मुकाबले अधिक है। एेसे में कई सियासी दांवपेंच लडऩे का अनुमान भी लगाया जाने लगा है।
वहीं गुजरात चुनाव से लौटे सोलंकी का स्वागत कांग्रेस नेता व जेडीए के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्रसिंह सोलंकी मंगलवार शाम गुजरात चुनाव से जोधपुर लौटे। सोजती गेट पर युवा कांग्रेस की ओर से उनका स्वागत किया गया। वे रात करीब ११ बजे सोजती गेट पहुंचे, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने माला पहना कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर आतिशबाजी की गई। इससे पहले कांकाणी टोल नाके पर भी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। वहां से वे कारों के काफिले के साथ घर पहुंचे। रास्ते में भी उनका जगह-जगह स्वागत किया गया। गौरतलब है कि विकास कार्य के नाम पर कांग्रेस के पिछले कार्यकाल के दौरान करोड़ों रुपए के घोटाले के आरोप में जेडीए के पूर्व अध्यक्ष राजेंंद्रसिंह सोलंकी को एसीबी ने गिरफ्तार किया था। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें छह माह तक राज्य से बाहर रहने के आदेश दिए थे। यह अवधि दो दिसम्बर को पूरी हो गई थी। छह माह की अवधि में सोलंकी गुजरात रहे, जहां चुनाव के दौरान उन्हें बनासकांठा क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया। इस क्षेत्र की आठ में से छह सीटें कांग्रेस को मिलने पर सोलंकी का स्वागत किया गया।