Rajasthan News: राजस्थान के दम पर यूके को पछाड़ कर दुनिया में नंबर 2 बन सकता है भारत, बस इतना है इंतजार
Startups in Rajasthan: विश्व में नंबर वन पर अमरीका है, दूसरे स्थान पर यूके और भारत का स्थान तीसरा आता है। यूपीआई पेमेंट की बढ़ती आदत ने भारत का स्थान मजबूत किया है।
अविनाश केवलिया Rajasthan News: फिनटेक (फाइनेंस और टेक्नोलॉजी) के स्टार्टअप में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। दुनिया में फिनटेक क्षेत्र में भारत का स्थान तीसरा है, लेकिन राजस्थान इसमें जबरदस्त ग्रोथ दे सकता है। राजस्थान का पहला फिनटेक इंस्टीट्यूट अगले साल तक बनकर तैयार होगा और इसके साथ ही एक साल में फिनटेक में ग्रोथ देखी जाएगी तो यूके को पछाड़ कर भारत दूसरे स्थान पर आ सकता है।
हाल ही में हुए ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में इस बारे में मंथन किया गया है। दुनियाभर में फिनटेक के आंकड़े भी इसी के जरिए जारी किए गए। इसमें विश्व में नंबर वन पर अमरीका है, दूसरे स्थान पर यूके और भारत का स्थान तीसरा आता है। यूपीआई पेमेंट की बढ़ती आदत ने भारत का स्थान मजबूत किया है। इसके अलावा फाइनेंस और टेक्नोलॉजी जो कि अब तक अलग-अलग क्षेत्र में थी और दोनों में ही भारत की प्रतिभा पूरी दुनिया में लोहा मनवाती है, जब शामिल हुई तो फिनटेक में भारत बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। अब राजस्थान अगले साल से चार प्रमुख फिनटेेक कोर्स शुरू कर इस रिवोल्यूशन को और आगे बढ़ा सकता है।
क्या है फिनटेक
फाइनेंस को जब टेक्नोलॉजी से जोड़ कर नवाचार किया जाता है, तो उसे फिनटेक श्रेणी में रखा जाता है। डिजिटल पेमेंट कंपनियां इसका एक उदाहरण हैं। इसके अलावा इंश्योरेंस और अन्य सेक्टर में भी फिनटेक तेजी से बढ़ रहा है।
राजस्थान में फिनटेक
जोधपुर में 672 करोड़ की लागत से फिनटेक इंस्टीट्यूट 92 बीघा में नागौर रोड पर बन रहा है। अगले साल तक यह पूरी तरह से वर्किंग में आ सकता है। इसमें चार स्कूल संचालित होंगे। इसमें स्कूल ऑफ फाइनेंशियल इंफॉर्मेशन सिस्टम, स्कूल ऑफ फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स, टेक्नोलॉजी एंड मार्केट, स्कूल ऑफ फाइनेंशियल सिस्टम एंड एनालिटिक्स, स्कूल ऑफ फिनटेक इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योर शामिल हैं।
भारत की स्थिति मजबूत हुई
राजस्थान में एक फिनटेक इंस्टीट्यूट काफी गति से आगे बढ़ रहा है। प्रतिभाएं सामने आएंगी और नवाचार होगा। भारत की फिनटेक क्रांति विश्व स्तर पर धूम मचा रही है, जिसमें यूपीआई अग्रणी है। यूपीआई अब सिंगापुर, यूएई और उससे आगे लेनदेन की सुविधा प्रदान कर रहा है। यूपीआई ने निर्बाध डिजिटल भुगतान में एक नया मानक स्थापित किया है। इस नवाचार ने अन्य देशों को समान मॉडल अपनाने के लिए प्रेरित किया है, जिससे वैश्विक फिनटेक नेता के रूप में भारत की स्थिति मजबूत हुई है।