टीकमगढ़ निवासी मुकेश पुत्र रूगाराम जाट की ढाणी में दो अर्द्ध पक्के झोपड़े और एक पक्की झोपड़ी बनी हुई है। रविवार रात को मुकेश अपनी नानी के निधन पर पास के गांव देवगढ़ गया हुआ था। पीछे मुकेश की पत्नी अपने छोटे बच्चे के साथ एक झोपड़े में सो रही थी। सोमवार तड़के चोरों ने झोपड़े के बाहर से कुंडी लगाकर पास के झोपड़े का ताला तोड़कर उसमें रखे सोना-चांदी के गहनों पर हाथ साफ कर दिया।
महिला चिल्लाई, किसी ने आवाज नहीं सुनी
सुबह महिला कुंडी बाहर से बंद होने पर चिल्लाई लेकिन दूर-दराज ढाणियों में किसी को सुनाई नहीं दिया तो महिला कड़ी मशक्कत करते हुए खुद ही दरवाजा खोलकर बाहर निकली। पास के झोपड़े का दरवाजा खुला मिलने पर चोरी का पता चला। महिला पास ही रहने वाले ससुर रूगाराम के घर पहुंची। दोनों को आसपास पता करने पर एक संदूक घर से दूर खेत में पड़ा मिला। चोर करीब 10 तोला सोने के गहने, करीब डेढ़ किलो चांदी के आभूषण, 50 हजार नकदी व 5 किलो देसी घी लेकर फरार हो गए।