पुरुषों में मुख कैंसर टॉप पर
तम्बाकू के किसी भी रूप में सेवन से मुख और फेफड़ों का कैंसर होता है। पुरुषों में होने वाला प्रमुख कैंसर मुख कैंसर है। एमडीएम अस्पताल के रेडियोथैरेपी विभाग की ओपीडी में आने वाले हर 10 नए मरीज में से 6 मरीज मुख कैंसर के होते हैं। इसमें से लगभग सभी पुरुष होते हैं।
जान बचाना मुश्किल हो जाता है
एमडीएम अस्पताल में आने वाले मुख कैंसर के छह मरीजों में से करीब चार मरीज कैंसर की चौथी अवस्था में ही अस्पताल पहुंचते हैं, जिससे उनकी जान बचा पाना मुश्किल हो जाता है। वर्तमान में अस्पताल पहुंचने वाले कैंसर मरीज 40 से 45 वर्ष की आयु के सर्वाधिक है। ये मरीज 20 से 25 साल की आयु में तम्बाकू खाना शुरू करते हैं और 15-20 साल में कैंसर की चपेट में आ जाते हैं। ये हैं आंकड़े
- 80 लाख लोग विश्व में हर साल तम्बाकू से धुएं से मरते हैं हर साल
- 12 लाख सेकेंड हैंड स्मोकर है मरने वाले
- 80 प्रतिशत तम्बाकू उपयोगकर्ता निम्न और मध्यम आय वाले देश से
- 13.5 लाख लोगों की हर साल मौत होती है भारत में
- 28.6 प्रतिशत भारतीय आबादी करती है तंबाकू उत्पाद का उपयोग
- 7.5 लाख टन तंबाकू का उत्पादन है हर साल भारत में
- 4.5 लाख हेक्टेयर खेती होती है तम्बाकू की
टीवी और अन्य माध्यमों में सिगरेट, गुटखा और जर्दा के विज्ञापन तम्बाकू सेवन को बढ़ावा दे रहे हैं। टीवी पर स्टार्स और खिलाड़ियों को देखकर युवा आबादी इसकी तरफ आकर्षित हो रही है। बड़ी बात यह है कि पुरुषों में होने वाला प्रमुख कैंसर भी मुख कैंसर ही है जो तम्बाकू से हो रहा है।
- डॉ. मनोज सुमन, रेडियोथैरेपी विभाग, एमडीएम अस्पताल जोधपुर