पुलिस के अनुसार मूलत: खेड़ी व बनाड़ थानान्तर्गत महादेव नगर हाल सांगरिया फांटा के पास निवासी सुभाष (19) पुत्र जगदीश बिश्नोई की गोलियां मारकर हत्या की गई है। वह दोपहर ढाई-पौने तीन बजे सांगरिया फांटा के पास गली में बाइक लेकर खड़ा था। तभी पैदल-पैदल दो युवक आए व सुभाष के दोनों तरफ खड़ा हो गए। दोनों ने एमडी ड्रग्स मांगी तो सुभाष जेब से ड्रग्स निकालने लगा। एक हत्यारे ने रुपए के बहाने जेब से पिस्तौल निकाली और सुभाष के सिर पर ताबड़तोड़ पांच गोलियां चला दी। मौके पर ही उसका दम टूट गया। दोनों हमलावर भाग गए।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) राजर्षि राज वर्मा, एडीसीपी (पश्चिम) निशांत भारद्वाज, एसीपी छवि शर्मा व थानाधिकारी मोहम्मद शफीक खान मौके पर पहुंचे। एफएसएल ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए। जांच के बाद शव मोर्चरी भिजवा दिया गया। फिलहाल हत्यारे पकड़े नहीं जा सके हैं। वारदातस्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरा हत्याकाण्ड कैद हो गया। हत्यारों की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। पूरे कमिश्नरेट के साथ रेंज में नाकाबंदी करवाई गई है।
ड्रग्स खरीदने के लिए किया था सम्पर्क
जांच के दौरान मृतक के पास एमडी ड्रग्स का एक पाउच मिला। मोबाइल की जांच की गई तो वाट्सऐप चैट में संदिग्ध नम्बर सामने आए, जिसमें एक नंबर से एमडी ड्रग्स खरीदने के लिए सुभाष से सम्पर्क किया था। सुभाष ने जान-पहचान न होने की वजह से पहले आना-कानी की थी। फिर उसने दोपहर ढाई बजे उसे ड्रग्स खरीदने बुलाया था। सुभाष बाइक लेकर खड़ा था। एमडी ड्रग्स मांगने पर सुभाष जेब से निकालने लगा। दूसरा युवक रुपए गिनने लगा। तभी एक युवक ने पिस्तौल निकाली और गोलियों से सुभाष को भून दिया।
नाबालिग रहते हत्या में पकड़ा गया था सुभाष
गत 18 जनवरी को खेड़ी गांव में एसयूवी सवार महादेव नगर निवासी अनिल लेगा की गोली मारकर हत्या की गई थी। जीतू बिश्नोई ने हत्या का मामला दर्ज कराया था। डांगियावास थाना पुलिस ने विष्णु को गिरफ्तार कर नाबालिग को संरक्षण में लिया था। दो माह पहले ही सुभाष बिश्नोई जमानत पर बाल सुधार गृह से छूटा था। विष्णु अभी जेल में है।
44 साल पुरानी रंजिश में अब तक चार मर्डर
वर्ष 1970 में डांगियावास थानान्तर्गत खेड़ी गांव निवासी चतराराम बिश्नोई की वर्ष 1970 मे हत्या कर दी गई थी। इसका बदला लेने के लिए वर्ष 2018 में स्वतंत्रता दिवस पर थानाराम की अनिल लेगा व साथियों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने अनिल लेगा सहित चार-पांच जनों को गिरफ्तार किया था। जो वर्तमान में जमानत छूट गए थे। गत 18 जनवरी को शादी समारोह में भाग लेकर लौट रहे एसयूवी सवार अनिल लेगा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस को अंदेशा है कि अब अनिल लेगा के परिजन ने बदला लेने के लिए सुभाष की हत्या की है।
एक आरोपी की पहचान, तलाश के प्रयास
आरोपियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। टीमें लगाई गईं हैं। एक हमलावर की पहचान की गई है। पकड़े जाने के बाद ही कारण का पता लग पाएगा। - राजर्षि राज वर्मा, पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) जोधपुर