किन ट्रेनों के समय में बदलाव किया जाएगा, यह अभी तय नहीं है। 8-10 दिनों में यह तय कर टाइम टेबल लागू किया जाएगा। वहीं, एक जुलाई से पैसेंजर ट्रेनों के नंबर से जीरो भी हट जाएगा और वे अपने पुराने मूल नम्बरों से संचालित की जाएगी। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, मुख्यालय के निर्देश पर कार्य किया जा रहा है। मण्डल में मालगाड़ियां, पैसेंजर व मेल, सुपरफास्ट आदि ट्रेनों के समय में बदलाव की गुंजाइश है।
कोरोना में दिया था स्पेशल का टैग
कोरोना महामारी में पैसेंजर ट्रेनों को बंद कर दिया गया था, लेकिन कोरोना महामारी खत्म होने के बाद पैसेंजर ट्रेनों को चरणबद्ध तरीके से बहाल किया गया। जिसके बाद से इन पैसेंजर ट्रेनों के नंबर में जीरो लगाकर स्पेशल का टैग देकर चलाया जा रहा था। इसमें किराया भी ज्यादा था। इस बीच रेलवे ने फरवरी में पुराना किराया लागू कर ट्रेनों का संचालन करने लगी। अब जुलाई में गाड़ी नम्बर से जीरो हटने के साथ स्पेशल का टैग भी समाप्त कर दिया जाएगा।
पहले अक्टूबर में बदलता था टाइम टेबल
परिवर्तन के लिए मण्डल स्तर पर भी तेजी से फीडिंग चल रही है। देश के विभिन्न हिस्सों में चलने वाली ट्रेनों के समय में थोड़ा परिवर्तन हो सकता है। इससे पहले रेलवे नया टाइम टेबल अक्टूबर में जारी करता था, लेकिन इस बार इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। पिछले चार साल में कई वंदे भारत ट्रेनें चली हैं।