Good News: एयरपोर्ट स्टाइल में बनेगा रेलवे स्टेशन, 16 एस्केलेटर्स व 32 लिफ्ट होंगी
ब्यूरो के उप महानिरीक्षक हरेन्द्र कुमार महावर ने बताया कि एक छात्र के परिजन की शिकायत पर गुड़ा बिश्नोइयान में अंबिका शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय की प्राचार्य मिल्कमैन कॉलोनी निवासी संजू भाटी पत्नी विजय सोलंकी व सरस्वती नगर में अंबिका अस्पताल के मेडिकल व कैश काउंटर प्रभारी मधुबन हाउसिंग बोर्ड निवासी कार्तिकेय उर्फ कपिल पुत्र हनुमानराम प्रजापत को गिरफ्तार किया गया। अस्पताल में ही टीटी कॉलेज का प्रशासकीय कार्यालय है। शिकायकर्ता से अस्पताल में कैश काउंटर पर प्राचार्य संजू भाटी के कहने पर कपिल ने चार हजार रुपए रिश्वत ली थी और फिर प्राचार्य को दी थी। तभी एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश चौधरी के निर्देशन में निरीक्षक अमराराम खोखर ने दबिश देकर दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।गैंगरेप के 20 दिन बाद भी नहीं जागा यूनिवर्सिटी प्रशासन, आखिरकार छात्रनेता ही करा रहे टूटी दीवार की मरम्मत
रजिस्टर जब्त, लाखों का लेन-देन मिला तलाशी में एसीबी ने एक रजिस्टर जब्त किया है। इसमें प्रत्येक पृष्ठ पर 150 विद्यार्थियों के नाम लिखे हैं। हर पृष्ठ पर विद्यार्थियों से लिए रुपए के लेन-देन का उल्लेख है, लेकिन बदले में विद्यार्थियों को कोई रसीद नहीं दी गई थी। करीब 12-13 लाख रुपए के अवैध लेन-देन की आशंका है। इसकी भी जांच की जा रही है। एएसपी ओमप्रकाश चौधरी ने बताया कि कॉलेज मालिक दीपक श्रीवास्तव की भूमिका भी संदेह के दायरे में है। एसीबी ने मालिक को भी आरोपी बनाया है। जिसकी जांच की जा रही है। प्राचार्य संजू भाटी पूर्व पार्षद भी है। उसने एसीबी को बताया कि उनकी सैलेरी फिक्स है। कॉलेज मालिक के कहने पर ही प्रत्येक छात्र से उपस्थिति के नाम पर दबाव डालकर रुपए लिए जा रहे थे।
उपस्थिति के नाम पर अवैध वसूली पीड़ित छात्र के शिकायतकर्ता पिता ने गत 1 अगस्त को एसीबी से शिकायत की थी। इसमें फॉर्म की हार्ड कॉपी जमा नहीं करने, सत्रांक कम भेजने व उपस्थिति डाटा नष्ट करने की धमकी देकर 15 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया गया था। 2 अगस्त को सत्यापन के दौरान पीड़ित ने पांच हजार रुपए पूर्व में देने की बात की थी। तब प्राचार्य ने चार हजार रुपए और देने का कहा था। इस पर शनिवार को शिकायकर्ता रुपए देने के लिए अस्पताल में टीटी कॉलेज के प्रशासकीय कार्यालय पहुंचे, जहां काउंटर पर मौजूद प्राचार्य को रिश्वत देने लगा, लेकिन प्राचार्य ने कैश काउंटर प्रभारी को रुपए दिलाए और फिर खुद रखे। तभी एसीबी ने दबिश देकर दोनों को पकड़ लिया।