जोधपुर एयरपोर्ट पर स्ट्रेचिंग शुरू हो चुकी है। यहां प्रतिदिन बोर्डिंग गेट पर यात्रियों को स्ट्रेचिंग करवाई जा रही है। इस मामले में यात्रियों का फीडबैक भी अच्छा मिल रहा है।
जोधपुर के अलावा उदयपुर, श्रीनगर, देहरादून, ग्वालियर और भुंतर एयरपोर्ट पर भी यह कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार देश के अन्य एयरपोर्ट पर भी धीरे-धीरे इस एक्सरसाइज को शुरू किया जा रहा है।
लम्बी सिटिंग से धीमा हो जाता है खून का प्रवाह
वर्तमान में फ्लाइट लेट होने की वजह से यात्रियों को काफी लम्बा इंतजार करना पड़ता है। यह पहल उनके लिए विशेष उपयोगी है, जो काफी देर तक बैठे रहते हैं या जिनकी फ्लाइट में देरी होती है। स्ट्रेचिंग मांसपेशियों की जकड़न को रोकने में मदद करती है और रक्त संचार को बेहतर बनाती है। साथ ही डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (डीवीटी) के खतरे को भी कम करती है।
जवानों को प्रशिक्षण
यह कार्यक्रम लागू करने से पहले एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ के जवानों को ट्रेनिंग दी है। यात्रियों को 6 प्रकार की एक्सरसाइज करवाई जा रही है। इसमें साइड स्ट्रेच, होरिजेंटल और वर्टिकल स्ट्रेच और पिंडली की मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग शामिल है। स्ट्रेचिंग से विभिन्न मांसपेशियों, पैर की काफ मसल्स, जांघों की हैमस्ट्रिंग्स, कूल्हे की मसल्स, कंधे और गर्दन की मसल्स को काफी फायदा मिलेगा।
सिर्फ स्वस्थ यात्रियों के लिए
सीआईएसएफ ने यह भी स्पष्ट किया कि यह स्ट्रेचिंग केवल उन यात्रियों के लिए है, जिनको कोई गंभीर चिकित्सा समस्या नहीं है। बीमार यात्रियों को स्ट्रेचिंग के लिए मनाही की गई है।