पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राममूर्ति जोशी ने बताया कि 12वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान ओसियां की राउमावि में दो अभ्यर्थियों पर फर्जी होने का संदेह हुआ था। पूछताछ व जांच में छात्र यशवर्धनसिंह की जगह सुखराम और हरीश बेरड़ की जगह रेवंतराम के परीक्षा देने की पुष्टि हुई थी।
केन्द्राधीक्षक पुखराज ने 4 मार्च को चारों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने बालसमंद निवासी यशवर्धनसिंह व चाडी निवासी सुखराम और भींयाड़िया निवासी हरीश बेरड़ और आऊ निवासी रेवंतराम को गिरफ्तार किया था।
पांच हजार का इनाम
इनसे पूछताछ में सामने आया कि पल्ली निवासी मुकेश जाट ने दोनों
फर्जी अभ्यर्थियों से 20-25 हजार रुपए के बदले फर्जी परीक्षा दिलाई थी। मुकेश फरार हो गया था। उस पर पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
जांच अधिकारी एसआइ सुरतानसिंह के नेतृत्व में पुलिस ने तलाश के बाद फलोदी जिले में पल्ली गांव निवासी मुकेश पुत्र अणदाराम जाट को गिरफ्तार किया। उसने साजिश में शामिल होना स्वीकार किया है।
खुद भी फर्जी अभ्यर्थी बन दे चुका परीक्षा
एसआइ सुरतानसिंह का कहना है कि बालसमंद क्षेत्र निवासी यशवर्धन सिंह मण्डोर के नयापुरा स्थित मैदान में सेना भर्ती की तैयारी करता था। मुकेश भी वहां तैयारी कर रहा था। इस दौरान यशवर्धन सिंह ने खुद व मित्र हरीश बेरड़ के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी बिठाने की बात की थी। मुकेश इसके लिए राजी हो गया था। उसने रुपए का लालच देकर सुखराम व रेंवतराम को फर्जी परीक्षा दिलाने भेजा था। वह खुद भी फर्जी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा दे चुका है।