स्कूली वैन में 14 बच्चे सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने बच्चों को वैन से बाहर निकाला। वहीं सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर पहुंची है। बता दें कि शहर में बुधवार सुबह से ही रिमझिम बारिश का दौर जारी है। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को जोधपुर शहर में जमकर बरसात हुई थी। इसके चलते कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई थी। वहीं दूसरी तरफ लूणी नदी के तेज बहाव में बहे युवक का शव बुधवार को ढूंढ लिया गया है। उसकी पहचान भागचंद के रूप में हुई है। उसे ढूंढने के लिए ड्रोन की भी मदद ली गई थी। बुधवार युवक का शव लूणी नदी की झाड़ियों में फंसा हुआ मिला। पुलिस के अनुसार मंगलवार को कांकाणी से खाराबेरा जाने वाले मार्ग की रपट के ऊपर से पानी बह रहा था। भागचंद नाम का युवक उस रपट को पार करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन तेज बहाव में वह बह गया।
लोहार कॉलोनी में दिक्कत बढ़ी
बोरानाडा क्षेत्र में लोहार कॉलोनी में भी पानी भर गया है। यहां से लोगों का आना-जाना भारी हो गया है। कई स्थानों पर तो पानी का लेवल इतना है कि लोग घरों से बाहर तक नहीं निकल पा रहे हैं। इससे यहां का जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रामलीला मैदान की दीवार टूटी
दो दिन की बारिश से
जोधपुर के रामलीला मैदान की दीवार भी भरभरा कर गिर गई। हालांकि अभी तक इसकी सुध लेने कोई नहीं पहुंचा है। इसके अलावा मैदान में घुसने के लिए बनाया गया गेट भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा मसूरिया क्षेत्र में बिजली का पोल भी गिर गया। गनीमत यह रही कि इससे कोई जनहानि नहीं हुई।
निगम कार्यालय का ड्रेनेज सिस्टम फेल
शहर की ड्रेनेज व्यवस्था संभालने वाले नगर निगम के कार्यालय की ही ड्रेनेज व्यवस्था खराब हो रखी है। निगम कार्यालय के गेट से लेकर मुख्य गेट तक बरसाती पानी भरा हुआ है। बीजेएस कॉलोनी स्थित कुसुम नगर और प्रेम नगर में घरों के बाहर बरसात का पानी जमा हो गया है। हालांकि यह समस्या हर वर्ष की है, लेकिन हर बार बारिश से पूर्व अधिकारियों का दौरा होता है, आदेश-निर्देश दिए जाते है, लेकिन बारिश के दौरान हालात जस के तस ही बने हुए है।